इस कलयुगी दौर में, सबरे पंडत होय
सबरे पंडत होय, बैठे तख्ते ताउस पर
करके ऊँची नाक, सिकोड़े भौहें जीवन भर
दिग्गज हैं सरनाम, तुनकते रहते पल पल
दूजे को खुश देख, कलपते रहते जल जल
कलपते रहते जल जल, खून फुकावत हैं अपना
जलन, इर्ष्या, अभिमान, द्वेष, है इनका सपना
सलाह पार्लर ऑन रहे, होत नहीं कछु काम
'निर्जन' तुमसे कहत रहे, दूर ही से करो प्रणाम
दूर ही से करो प्रणाम, खाते है सबका ये सर
बांचे हर पल प्रस्तावना, करके बकर बकर
मिलत है ऐसे हर जगह, बैठे मुंह बिचकाए
जिसको जितनी चाहियें, सलाह मुफ्त ले जाये
सलाह मुफ्त ले जाये, बात इनकी जो मानी
लंका तुम्हरी लग जाएगी, भरोगे लाला तुम पानी
सुबह हो या शाम, बैठे मिलते दर दर पर
झुण्ड बनाये यारों का, पीटते मॉडर्न चौपड़
पीटते मॉडर्न चौपड़, फांकते रहते गुटके
गट्कें चाय और पान, दिखाते लटके झटके
दिखाते लटके झटके, खाते हैं सबके कान
दूजा जो मेहनत करे, छोड़ें उस पर बान
छोड़ें उस पर बान, बाज़ ये कभी न आते
मोहल्ले में बदनाम, काम कछु इन्हें न भाते
शकुनी मामा कहत रहे, हैं ऐसे लोग महान
भिगो शब्दों से मारिये, बस रहिये सावधान
बस रहिये सावधान, वार पलट कर देंगे
होली है आई पास, बदला यह भी लेंगे
हो जाओ सतर्क, कमर कस लो अब भैया
शब्दों के गुब्बारे चलेंगे, दे दबा दब दैया
दे दबा दब दैया, उठा लो पतवार खेवैया
रंगीन शब्द जल में, तैराओ अपनी नैया
वाह जी वाह!
जवाब देंहटाएंशुक्रिया हुज़ूर
हटाएंदिग्गज हैं सरनाम, तुनकते रहते पल पल
जवाब देंहटाएंदूजे को खुश देख, कलपते रहते जल जल
कलपते रहते जल जल, खून फुकावत हैं अपना
जलन, इर्ष्या, अभिमान, द्वेष, है इनका सपना
उम्दा अभिव्यक्ति ! सजीव चित्रण !!
शुभकामनायें !!
शुक्रिया अम्मा
हटाएंSateek.... Badhaiya
जवाब देंहटाएंधन्यवाद् मोनिका जी
हटाएंबढ़िया है भाई तुषार जी-
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें-
बहुत ही सुंदर पंक्तियाँ हैं .... कलयुग के कबीर जी ....
जवाब देंहटाएंधन्यवाद ....
भाई बहुत बड़ी बात कह दी | कहाँ कबीर जी और कहाँ मैं | कोई मेल नहीं | आभार
हटाएंअच्छा कविताई व्यंग्य।
जवाब देंहटाएंअच्छा कविताई व्यंग्य।
जवाब देंहटाएंkarara vyang
जवाब देंहटाएंplease follow
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जानब शुक्रिया और मैं तो पहले से ही आपका ब्लॉग फॉलो कर रहा हूँ |
हटाएंबहुत ही सुन्दर प्रस्तुति,आभार तुषार जी.बुरा न मने तो एक बात पूछनी थी आप अपनी फोटो में क्यों नहीं.
जवाब देंहटाएंभाई पहले फोटो ही लगी थी | अभी हाल में ये किरदार पसंद आया तो ये चिपका दिया | फोटो भी आ जाएगी एक दिन | आभार
हटाएंधन्यवाद् गुरूजी
जवाब देंहटाएंवाह ... बेहतरीन प्रस्तुति
जवाब देंहटाएं:-) बढ़िया लगे आपके दोहे....
जवाब देंहटाएं~सादर!!!
bahut achha likha hai .. aur haan aapki blogger pic bhi kaafi unique hai
जवाब देंहटाएंआप मेरे ब्लॉग पर आये इसके लिए शुक्रिया | ब्लॉग अनुसरण करने के लिए आभार | उम्मीद है आप आगे भी मेरी रचनाओं को ऐसे ही मान देते रहेंगे | आभार |
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