क्यों न प्रयास कर मैं भी
रच डालूं 'निर्जन', कविता
पर एक कंपायक कविता
'क' कृतियाँ सोच
'क' कलात्मक लोच
'क' कोमलता गुन
'क' कर्णप्रीयता सुन
'व' विषय चुन
'व' विचारावेश बुन
'व' वृत्तान्त गढ़
'व' विश्वास दृढ़
'त' तुकबंदी कर
'त' तरकश भर
'त' तंजिया कस
'त' तंत का रस
डाल दिमाग की मिक्सी में
घोट बना कर उद्देश्य
होली पर पेश यह करता हूँ
कविता का कवितामय पेय
रसपान कंकोलक शब्दों का
कँटियाना संभव है मन का
कंटालु भाव मैं बतलाता
कविता दिवस, कविता पर
मैं कविता लिख दिखलाता...
कंपायक - तरंगायक
कंकोलक - चीनी / मीठे
कँटियाना - रोमांचित होना
कंटालु - बबूल
kya baat hai anokhi nirali rachna very innovative tushar :-) good work keep it up
जवाब देंहटाएंकविता दिवस पर विशेष Os ki boond: कविता की खोज में ......
कविता दिवस पर सुन्दर कविता... बहुत खूब...बधाई
जवाब देंहटाएंबढ़िया भाषा शैली ,बढ़िया कथ्य ,शब्द प्रयोग .
जवाब देंहटाएंबढ़िया पंक्तियां.....
जवाब देंहटाएंबढ़िया कविता रच डाली आपने तो ... कविता के स्वरुप को सार्थक करती ...
जवाब देंहटाएंबहुत खूब ..........
जवाब देंहटाएंकविता दिवस के अवसर पर आपका इस कविता को लिखने का प्रयास सराहनीय है.लगे रहो रस्तोगीजी.और इंतजार रहेगा आपकी कृतियों का.
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर और सार्थक रचना, शुभकामनाएं. रामराम.
जवाब देंहटाएंबहुत खूब , नूतन शैली एवं प्रयोग ।
जवाब देंहटाएंhttp://amit-nivedit.blogspot.in/
कविता-दिवस भी धन्य हो गया .....
जवाब देंहटाएंलाजबाब !!
शुभकामनायें !!
कविता दिवस पर सुंदर कविता
जवाब देंहटाएंसुन्दर सार्थक शब्द संयोजन,बेहतरीन कविता.
जवाब देंहटाएंBADHAI HO KAVITA PAR KYA KAVITA LIKHI HAI ...
जवाब देंहटाएंवाह जी वाह ।
जवाब देंहटाएंवाह....
जवाब देंहटाएंबहुत खूब तुषार...
आपने शब्दों का सुन्दर खेला रचाया....
शुभकामनाएं
अनु
रस्तोगी जी ....कमल कर दिया है जी आपने ...वाह बहुत बढिया
जवाब देंहटाएंतुषार राज रस्तोगी जी
नमस्कार !
आप द्वारा होली के अवसर पर
दिमाग की मिक्सी में घोट कर तैयार किया गया
कविता का यह पेय मजेदार है ...
:)
आपको सपरिवार होली की बहुत बहुत बधाई !
हार्दिक शुभकामनाओं मंगलकामनाओं सहित…
-राजेन्द्र स्वर्णकार
आपका यह कविता मय पेय ,
जवाब देंहटाएंवाकई लाजवाब है......!!
साभार.....
बहुत खूब...होली की हार्दिक शुभकामनायें!
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