बोझिल है तन मेरा
जीवन एक अँधेरा है
कब पाऊंगा सवेरा
दशा बुरी है शवासन की
प्रभु ध्यान करो कुछ मेरा
दशा सुधारो इस दीनन की
कल्याण करो तुम मेरा
ध्यायुं रोज़ मनाऊं तुमको
सुनो अर्ज़ इस मन की
अब तो करो कृपा परमेश्वर
डगर सुझाओ जीवन की
टूटा फूटा जीवन है...
ख्वाबों की दुनिया में बुने एक अलसाये मन के भाव, विचार, सोच, कहानियाँ, किस्से, कवितायेँ....|
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"रखें ईश्वर पर भरोसा हमेशा,जीवन ज्योत को अवश्य पायेंगें।"
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर भावपूर्ण प्रस्तुती।
खुद ही टूटता
जवाब देंहटाएंखुद ही बिखरता
खुद ही जुड़के
संवरता है आदमी!
ईश्वर सबको सहारा देता है,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST: रिश्वत लिए वगैर...
Nice verses !!! ishwar sab ki pida har lete hain !
जवाब देंहटाएंमान्यवर आप सभी का बहुत बहुत आभार |
जवाब देंहटाएंvery beautiful ...Congratulations!!
जवाब देंहटाएंbahut khub,keep it up
जवाब देंहटाएंगुज़ारिश : ''......यह तो मौसम का जादू है मितवा......''
सुनो अर्ज़ इस मन की
जवाब देंहटाएंअब तो करो कृपा परमेश्वर
डगर सुझाओ जीवन की
टूटा फूटा जीवन है...sunder sarthak bhaw
aapne jan jan ke man ki vyatha apne in shabdo mei baya kar di ..bahut bhaavpoorna ..ishwar sab par apna aasirvaad banaye rakhe
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