जीवन एक जंजाल है भैया
मानवता बेहाल है भैया
रिश्तों की छोड़ों तुम बातें
इनका पैसों में तोल है भैया
इनका कोई मोल नहीं है
इनका तो राहू काल है भैया
नया ज़माना आया है भैया
प्रायोरिटी संग लाया है भैया
रिश्तों को अगर निभाना है भैया
तो प्रायोरिटी वाईस चलाना है भैया
किसका कितना करना है भैया
किसका कितना भरना है भैया
ये प्रीडीसाएडिड गोल है भैया
स्वार्थ का बोल बाला है भैया
शादी के रश्ते को इसमें
सबसे ऊपर डाला है भैया
छोटी छोटी सी बातों पर
बस मोल भाव होता है भैया
मतलब का बस राज है भैया
देता कौन किसी का साथ है भैया
जोर से तुम जो बोलोगे भैया
दिमाग की दही कर लोगे भैया
बच्चे को जो धमकाओगे भैया
बदले में बगलें झांकवाओगे भैया
गर बीवी के बाप का नाम लिया
तो महाभारत छिड़वाओगे भैया
सास ससुर ने कुछ बोल दिया तो
फौरेन घर छोड़ दिया रे भैया
जेठ जेठानी जो कुछ बोलें तो
टाँगे उनकी क्यों तोडें न भैया
बीवी का भाई वाह जी वाह भैया
मियां की बहना न जी न भैया
अगर गौर से देखो तो भैया
बस एक ही दिल में प्यार है भैया
हाँ सारा संसार है भैया
जो बिन मांगे देता है सब सुख
वो 'माँ' का रिश्ता है भैया
देता जीवन भर दुलार है भैया
बिन मांगे बिन पूछे करता
जीवन भर तुमसे प्यार है भैया
जीवन भर तुमसे प्यार है भैया
वाह!
जवाब देंहटाएंआपकी यह प्रविष्टि आज दिनांक 28-01-2013 को चर्चामंच-1138 पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थ
आपका बहुत बहुत शुक्रिया हुज़ूर
जवाब देंहटाएं