आज जीवन का एक और आनंदमय दिवस बीता | छोटी बेटी जिसे मैं अक्सर गुलगुला, गोलू राम, बम का गोला, जिआन, लालाजी सरीखी उपमाओं से संबोधित कर प्रेमपूर्वक सहज भाव से पुकारता रहता हूँ और वो हंसती और खिलखिलाती, शरारत करती मस्त होकर गजराज की भांति आकर मुझसे लिपट जाया करती है | जी हाँ आज मेमसाब का जन्म दिवस है | ९ जनवरी, ऐसा लगता है के मानो अभी तो छोटी सी वो आई थी मेरी गोद में और आज इतनी बड़ी की भी हो गई | सुबह से बहुत ही खुश थी | खूब उछल कूद मचा रही थी | हर तरफ़ा धमाचौकड़ी | मानो आज हाथी की लाटरी लग गई हो |
"आज मेरा हैप्पी बर्थडे है न! हैप्पी बर्थडे टू श्रेया" कहती खुद ही इधर उधर शैतानी करती कूद काद रही थी | जी 'श्रेया' नाम है उसका | आप सोचते होंगे के ये क्या, अजी तो बताये देता हूँ के आज उसने अपने जीवन के ३ वर्ष हर्षोल्लास के साथ सम्पूर्ण किये | सुबह से उसके चेहरे के वो मुस्कान और खिलखिलाहट देखने लायक थी | सुबह से नया सिला हुआ फ्रॉक पहन कर इतरा रही भवरे की भांति गुंजन करती, मुझे और घर के दुसरे सदस्यों को बताती, इठलाती-इतराती मटक रही थी मानो कोई खज़ाना हाथ आया हो | मेरी बड़ी बिटिया के साथ मिलकर न जाने क्या क्या खिचड़ी पका रही थी | हालाँकि वो श्रेया से सिर्फ १ वर्ष बड़ी है पर फिर भी वो ऐसे बर्ताव करती है जैसे न जाने कितनी बड़ी है |
"श्रेया आज तुम्हारा हैप्पी बर्थडे है | आज तुम्हे केक मिलेगा और गिफ्ट भी | आज शाम को पिज़्ज़ा पार्टी होगी | पापा पिज़्ज़ा लायेंगे | पापा ने बहुत अच्छा डोरेमोन और जिआन वाला केक बनवाया है तुम्हारे लिए | तुम अपना होमवर्क जल्दी से फिनिश कर लो फिर पार्टी होगी पार्टी |"
उत्तर आता है "नहीं आज होमवर्क नहीं करना | कल करुँगी प्रॉमिस | आज तो मेरा बर्थडे है आज हॉलिडे है | होमवर्क का टाइम नहीं है अभी | आजा 'सिद्धि' बहन खेलते हैं |"
बस आज सुबह से यही सब देखदेख कर और सुन सुन कर दिल ख़ुशी के मारे फूला नहीं समां रहा था | दोनों के लिए दिल से दुआएं निकल रही थी के दोनों का प्यार सदैव ऐसे ही बरक़रार रहे | किसी की नज़र न लगे | दोनों की नज़र उतरने का दिल कर रहा था और बालाएं लेने का भी | तो साब इस सब कौतुहल के साथ शाम ने कदम रखा और जी आ गया मेमसाब का केक और होम मेड पिज़्ज़ा का सारा सामान | मैंने घर के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर थोड़ी बहुत सजावट भी की | थोड़े से गुब्बारे और कुछ साजो-सज्जा का सामान सजाया गया | बस हम घर के ही सदस्य थे तो फटाफट टेबल सजा कर केक लाकर रख दिया | कुछ फोटो शोटो भी खींच डाले गए | पर वहां तो जल्दी मच रही थी की केक कब खाने को मिलेगा | जब केक काटने का समय आया तो भोलूराम का मन नहीं माना, जितने मैं मोमबत्तियां लगता उतने में तो श्री गणेश भी हो गया | हाँ जी वो आई और झट से एक ऊँगली लगा कर चख लिया केक को | उसका उतावलापन देख इतनी ज़ोर के हंसी आई के पूछो मत | ज़रा सा गुस्सा भी आया क्योंकि अभी तक केक का फोटो तो लिया ही नहीं था | फिर मैंने सोचा के चलो कोई नहीं नज़र का टीका लग गया केक को | अब अच्छे से होगा सब | तो हुज़ूर मोमबत्तियां लग गईं, छुरी थमा दी गई हाथों में और शमा बुझाने को कहा था तो मोटूराम की तो हवा ही निकल गई | दरअसल वो 'मैजिक कैंडल्स' थीं | आप बुझाते रहिये और वो बुझने का नाम भी नहीं लेंगी |
मेरी ओर देख कर बड़े मासूम अंदाज़ में वो तुरंत बोलीं "यह गन्दी कैंडल है, केक कब खाने को मिलेगा" | बस फिर क्या था, आनन फानन तुरंत केक कटवाया गया और हाज़िर कर दिया गया प्लेट में सजा कर | अभी केक खत्म भी न हो पाया था, फरमाइश आई
"अरे मेरा पिज़्ज़ा कहाँ है, अभी वो भी तो खाना है | जल्दी करो न | वो कब बनेगा ? |" हँसते हँसते लोटपोट होते हुए मैंने कहा, "अरे पहले यह तो फिनिश करो | पिज़्ज़ा भी आ रहा है पहले केक तो खा लो |"
फिर साब क्या था डिनर में पिज़्ज़ा परोसा गया और इस तरह आज का दिन संपन्न हुआ |
बस मेरी दुआ इतनी सी ही है के ऐसे ही हँसते-गाते खेलत-कूदते ज़िन्दगी के सभी दिन बीत जाएँ तो ज़िन्दगी का सफ़र कैसे कट जायेगा पता भी नहीं चलेगा | भगवन हम सभी पर ऐसे ही अपनी कृपा बनाये रखें और अपना आशीर्वाद देते रहें यही मनोकामना है प्रभु से |
हैप्पी बर्थडे टू यू गोलू, मेरा आज का दिन और जीवन का हर एक दिन सुन्दर बनाने के लिए बहुत बहुत लाड़, प्यार और ढेरों आशीर्वाद | मेरी दो छोटी छोटी गुड़ियाँ, चिडकली, मनभावनी, मनमोहिनी, परियां सदा ऐसे ही चहकती रहो, खिलखिलाती रही, मुस्कुराती रहो और मुझे गुदगुदाती रहो |
बहुत बहुत बहुत ढेरों-मटेरों सारा प्यार और आशीर्वाद |
"आज मेरा हैप्पी बर्थडे है न! हैप्पी बर्थडे टू श्रेया" कहती खुद ही इधर उधर शैतानी करती कूद काद रही थी | जी 'श्रेया' नाम है उसका | आप सोचते होंगे के ये क्या, अजी तो बताये देता हूँ के आज उसने अपने जीवन के ३ वर्ष हर्षोल्लास के साथ सम्पूर्ण किये | सुबह से उसके चेहरे के वो मुस्कान और खिलखिलाहट देखने लायक थी | सुबह से नया सिला हुआ फ्रॉक पहन कर इतरा रही भवरे की भांति गुंजन करती, मुझे और घर के दुसरे सदस्यों को बताती, इठलाती-इतराती मटक रही थी मानो कोई खज़ाना हाथ आया हो | मेरी बड़ी बिटिया के साथ मिलकर न जाने क्या क्या खिचड़ी पका रही थी | हालाँकि वो श्रेया से सिर्फ १ वर्ष बड़ी है पर फिर भी वो ऐसे बर्ताव करती है जैसे न जाने कितनी बड़ी है |
"श्रेया आज तुम्हारा हैप्पी बर्थडे है | आज तुम्हे केक मिलेगा और गिफ्ट भी | आज शाम को पिज़्ज़ा पार्टी होगी | पापा पिज़्ज़ा लायेंगे | पापा ने बहुत अच्छा डोरेमोन और जिआन वाला केक बनवाया है तुम्हारे लिए | तुम अपना होमवर्क जल्दी से फिनिश कर लो फिर पार्टी होगी पार्टी |"
उत्तर आता है "नहीं आज होमवर्क नहीं करना | कल करुँगी प्रॉमिस | आज तो मेरा बर्थडे है आज हॉलिडे है | होमवर्क का टाइम नहीं है अभी | आजा 'सिद्धि' बहन खेलते हैं |"
बस आज सुबह से यही सब देखदेख कर और सुन सुन कर दिल ख़ुशी के मारे फूला नहीं समां रहा था | दोनों के लिए दिल से दुआएं निकल रही थी के दोनों का प्यार सदैव ऐसे ही बरक़रार रहे | किसी की नज़र न लगे | दोनों की नज़र उतरने का दिल कर रहा था और बालाएं लेने का भी | तो साब इस सब कौतुहल के साथ शाम ने कदम रखा और जी आ गया मेमसाब का केक और होम मेड पिज़्ज़ा का सारा सामान | मैंने घर के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर थोड़ी बहुत सजावट भी की | थोड़े से गुब्बारे और कुछ साजो-सज्जा का सामान सजाया गया | बस हम घर के ही सदस्य थे तो फटाफट टेबल सजा कर केक लाकर रख दिया | कुछ फोटो शोटो भी खींच डाले गए | पर वहां तो जल्दी मच रही थी की केक कब खाने को मिलेगा | जब केक काटने का समय आया तो भोलूराम का मन नहीं माना, जितने मैं मोमबत्तियां लगता उतने में तो श्री गणेश भी हो गया | हाँ जी वो आई और झट से एक ऊँगली लगा कर चख लिया केक को | उसका उतावलापन देख इतनी ज़ोर के हंसी आई के पूछो मत | ज़रा सा गुस्सा भी आया क्योंकि अभी तक केक का फोटो तो लिया ही नहीं था | फिर मैंने सोचा के चलो कोई नहीं नज़र का टीका लग गया केक को | अब अच्छे से होगा सब | तो हुज़ूर मोमबत्तियां लग गईं, छुरी थमा दी गई हाथों में और शमा बुझाने को कहा था तो मोटूराम की तो हवा ही निकल गई | दरअसल वो 'मैजिक कैंडल्स' थीं | आप बुझाते रहिये और वो बुझने का नाम भी नहीं लेंगी |
मेरी ओर देख कर बड़े मासूम अंदाज़ में वो तुरंत बोलीं "यह गन्दी कैंडल है, केक कब खाने को मिलेगा" | बस फिर क्या था, आनन फानन तुरंत केक कटवाया गया और हाज़िर कर दिया गया प्लेट में सजा कर | अभी केक खत्म भी न हो पाया था, फरमाइश आई
"अरे मेरा पिज़्ज़ा कहाँ है, अभी वो भी तो खाना है | जल्दी करो न | वो कब बनेगा ? |" हँसते हँसते लोटपोट होते हुए मैंने कहा, "अरे पहले यह तो फिनिश करो | पिज़्ज़ा भी आ रहा है पहले केक तो खा लो |"
फिर साब क्या था डिनर में पिज़्ज़ा परोसा गया और इस तरह आज का दिन संपन्न हुआ |
बस मेरी दुआ इतनी सी ही है के ऐसे ही हँसते-गाते खेलत-कूदते ज़िन्दगी के सभी दिन बीत जाएँ तो ज़िन्दगी का सफ़र कैसे कट जायेगा पता भी नहीं चलेगा | भगवन हम सभी पर ऐसे ही अपनी कृपा बनाये रखें और अपना आशीर्वाद देते रहें यही मनोकामना है प्रभु से |
हैप्पी बर्थडे टू यू गोलू, मेरा आज का दिन और जीवन का हर एक दिन सुन्दर बनाने के लिए बहुत बहुत लाड़, प्यार और ढेरों आशीर्वाद | मेरी दो छोटी छोटी गुड़ियाँ, चिडकली, मनभावनी, मनमोहिनी, परियां सदा ऐसे ही चहकती रहो, खिलखिलाती रही, मुस्कुराती रहो और मुझे गुदगुदाती रहो |
बहुत बहुत बहुत ढेरों-मटेरों सारा प्यार और आशीर्वाद |