मंगलवार, दिसंबर 31, 2013

रिश्ते















कुछ ऐसे रिश्ते होते हैं
जो दिल में बस जाते हैं
आदत बनकर रहते हैं
छूटे से छूट ना पाते हैं

ख़ुशबू बन कर जीते हैं
गुलशन जैसे महकते हैं
गुलाब से खिल जाते हैं
कांटो में साथ निभाते हैं

'निर्जन' बस ये कहता है
ऐसे रिश्तों को खो न देना
जीवन को यही सजाते हैं
वो दिल से जहाँ बनाते हैं 

5 टिप्‍पणियां:

  1. रिश्ते सच में क़ीमती होते हैं... सुन्दर रचना... नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं

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  2. सभी मित्रों को वर्ष २०१३ की विदाई के लिये वधाई! सभी के जीवन में नव वर्ष बहार बन कर आये!!
    रचना में यथार्थ है !!
    मेरे ब्लोगों "प्रसून" व 'साहित्य प्रसून' मवं विगत वर्ष की विदाई' में आप का स्वागत है !!

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  3. बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
    --
    गये साल को है प्रणाम!
    है नये साल का अभिनन्दन।।
    लाया हूँ स्वागत करने को
    थाली में कुछ अक्षत-चन्दन।।
    है नये साल का अभिनन्दन।।...
    --
    नवल वर्ष 2014 की हार्दिक शुभकामनाएँ।

    जवाब देंहटाएं
  4. सुन्‍दर रिश्‍ते सदैव बने रहें, इस कामना के साथ 2014 की शुभकामनाएं।

    जवाब देंहटाएं

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