अदा उसकी
अना उसकी
अल उसकी
आब उसकी
आंच उसकी
रह गया फ़कत
अत्फ़ बाक़ी 'निर्जन'
बस वो तेरा, फिर तेरी
जान उसकी
चाह उसकी
वफ़ा उसकी
क़ल्ब उसकी
ग़ज़ल उसकी
जो कुछ बाक़ी
रहा हमदम
गोया मुस्कुराते
कर देगा
नज़र उसकी
नज़र उसकी ...
*अदा : सुन्दरता, अना : अहं, अल : कला, आब : चमक, आंच : गर्मी, अत्फ़ : प्यार, क़ल्ब : आत्मा, नज़र : समर्पण
अदा उसकी अता उसकी अल्ल उसका आब उसका..,
जवाब देंहटाएंज़र्रे उसके जमीं उसकी फ़लको-मह्र महताब उसका.....
बहुत सुंदर प्रस्तुति...!
जवाब देंहटाएंनव वर्ष की हार्दिक बधाई और शुभकामनाए...!
RECENT POST -: नये साल का पहला दिन.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति। ।
जवाब देंहटाएंwaah .......bahut badhiya ....
जवाब देंहटाएंsundar prastuti ..
जवाब देंहटाएंबेहतरीन अभिवयक्ति.....
जवाब देंहटाएंbahut badhiya ....najar uski....
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