तू कहती हैं तेरे लिए ये ग़ज़ल लिख दूं
तू साथ दें तो शब्दों का कँवल लिख दूं
गालों की सुर्खी से तेरी किरण लिख दूं
तू साथ दें तो आसमां पर सनम लिख दूं
आँखों के काजल से तेरे ये रात लिख दूं
तू साथ दें तो सितारे भी मैं साथ लिख दूं
दिल कहे है कागज़ पर गुलाब लिख दूं
तू साथ दें तो इश्क़ का गुलदस्ता लिख दूं
'निर्जन' तेरी आरज़ू इस दिल पर लिख दूं
तू साथ दे तो ज़िन्दगी भर आदाब लिख दूं
लिख ही दे :)
जवाब देंहटाएंकहने की प्रतीक्षा मत कीजिए ,बिन कहे लिखते चलिए!
जवाब देंहटाएंप्रेममय शब्द।
जवाब देंहटाएंभावो को खुबसूरत शब्द दिए है अपने...
जवाब देंहटाएंSamajhna dard ko dil ke
जवाब देंहटाएंKaam himmat ka hai 'nirjan'
Log to chehre padhkar aksar
Daastaan bana liya karte hain
आपकी लेखनी में खुदाई नूर है जो हर बार करिश्माई हो कर बिखरता है। खूब ,,,,,बहुत खूब