तुम आते तो, हवाओं में एक नशा होता
तुम आते तो, घटाओं का सा समां होता
तुम आते तो , आसमान भी बदगुमां होता
तुम आते तो, ज़मीन पर भी गुलिस्तां होता
तुम आते तो, मंज़र ख़ुशनुमा होता
काश तुम आते तो !
तुम आते तो, दीवाने हम हो जाते
तुम आते तो, मुस्कराते और खो जाते
तुम आते तो, दर्द-ओ-ग़म भूल जाते
तुम आते तो, प्यास क्या है बताता
तुम आते तो, हाल-ए-दिल कह जाते
काश तुम आते तो !
तुम आते तो, एक उम्मीद भी आती
तुम आते तो, ज़िन्दगी खुशियों से भर जाती
तुम आते तो, हर पल रौनकें छा जातीं
तुम आते तो, नई राहें खुल जातीं
तुम आते तो, नए ख्वाब बुन जाते
काश तुम आते तो !
तुम आते तो, मैं और भी बहुत कुछ कह पाता
तुम आते तो, सपनो को हकीक़त कर पाता
तुम आते तो, कुछ और नई शरारतें कर पाता
तुम आते तो, खुद से ही बेख़बर हो जाता
तुम आते तो, ज़िन्दगी चंद लम्हों में जी जाता
काश तुम आते तो !