शनिवार, मार्च 28, 2015

ये कहानी है













बारिश आग सी लग रही है क्या रवानी है
अनगिनत खुशियों से लिखी ये कहानी है

इस दिल में आज भी सुलगता है इश्क़ तेरा
हर एक सुकूं आरज़ू की वजह ये कहानी है

दिल दहकता है बारिश की हर बूँद के साथ
मेर परवान चढ़ते इश्क़ की भी ये कहानी है

तसल्ली होती है तेरे ख़याल से रूह को मेरी 
उफ़नती साँसों की रवानी की ये कहानी है

काश कोई पूछे उस दिल से जुड़ने की वजह
इश्क़ में फिसलते मेरे वजूद की ये कहानी है

माँगा है उसने मुझसे इस बेचैनी की सुराग़
इस राज़ को राज़ ना रखने की ये कहानी है

इन लबों पर सजी हैं दुआएं उसके ही लिए
हर पनपती ख्वाहिश की अब ये कहानी है

दो हाथ जब भी उठते हैं अब दुआ के लिए
'निर्जन' मैंने से माँगा है तुझे ये कहानी है

--- तुषार राज रस्तोगी ---

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