बीत गया है गुज़रा साल
नए साल में शुरू धमाल
दिन पहला ही रहा कमाल
साथ तुम्हारा है बेमिसाल
दिल अपना है रखा संभाल
दीवाने का पूछो ना हाल
तुम से जीवन हुआ निहाल
तुझ बिन जीना लगे मुहाल
लम्बा है यह जीवन काल
मेल मिलाए ताल से ताल
कर ज़िन्दगी में मुझे बहाल
यारी अपनी बने मिसाल
उठे नहीं अब कोई सवाल
मन में ना रहे कोई मलाल
ख़ुशी बरसाएगा ये साल
मस्तानी है अपनी चाल
'निर्जन' तू दे दर्द निकाल
प्यार से हो गया मालामाल
अब यार खरा है तेरे नाल
मौज मना लगा सुर ताल
--- तुषार राज रस्तोगी ---
अब समझा 'ल' शब्द का मतलब। यार खरा है ... सुन्दर और बेहतरीन रचना। आपको सपरिवार नववर्ष 2015 की हार्दिक शुभकामनाएँ। सादर ... अभिनन्दन।।
जवाब देंहटाएंनई कड़ियाँ :- इंटरनेट और हमारी हिन्दी
दिसम्बर माह के महत्वपूर्ण दिवस और तिथियाँ
सुंदर अभिव्यक्ति..
जवाब देंहटाएंनयी दोस्ती नये इरादे देखो कब तक साथ चलेंगे ,सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंसुंदर अभिव्यक्ति..बधाई. लिखते रहिये.
जवाब देंहटाएंVery very nice one. I just love reading your articles. They are perfect. Will be waiting for the next one. Thank u for the share.
जवाब देंहटाएं