बुधवार, दिसंबर 21, 2022

अनुज कुमार विश्नोई - एक शातिर ठग, जालसाज़, धोखेबाज़ और बेईमान अपराधी

Anuj Vishnoi
अनुज कुमार विश्नोई - #AnujKumarVishnoi

बबिता विश्नोई - #BabitaVishnoi

यह दास्तान मैं अपनी आपबीती के आधार पर लिख रहा हूँ। इस शख़्स ने मुझसे और मेरे पिताजी से कई लाख रुपये उधार ले रखे हैं और आज तक़रीबन दस सालों के बाद भी ब्याज तो छोड़िये असल की रकम वापस नहीं आई है। अब हालत यह है कि ना तो यह व्यक्ति फ़ोन उठता है ना ही व्हाट्सएप पर जवाब देता है। ऑफिस भी नहीं आता है। वास्तव में यह शख़्स एक दलाल है जिसको हर चीज़ में दलाली चाहिएँ होती है। यह एक घटिया, गन्दी, क्रूर, विकृत और शातिर मानसिकता वाला अपराधी है जो हर समय लोगों को कैसे ठगा जाए, जाल में फंसाया जाए, उनकी मेहनत की कमाई को कैसे हड़पा जाए यही सोचता रहता है। आज की तारीख़ में यह फ़रार है।  

पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर, इलाके में रहने वाला एक आपराधिक मानसिकता वाला व्यक्ति जो अपने आप को प्रॉपर्टी डीलर, बिल्डर, चार्टेड अकाउंटेंट और वकील बताता है, जिसका नाम 'अनुज कुमार विश्नोई' है, पिता का नाम 'वीरेंदर विश्नोई' है, पत्नी का नाम 'बबिता विश्नोई' है जो ख़ुद को मूलतः उत्तराखंड का रहने वाला बताता है आज भाग चुका है। । 

पिछले कई सालों से यह व्यक्ति लक्ष्मी नगर में अपना ऑफिस चला रहा था। इसने कई फ़र्ज़ी कम्पनियाँ खोलीं और उनकी आड़ में करोड़ों की धोखाधड़ी को अंजाम दिया। अनुमानित अंदाज़ा लगाया जाए तो इस शातिर जालसाज़ ने अपनी जालसाज़ी के एक दशक में सैकड़ों लोगों को करोड़ो का चूना लगाया और फ़िलहाल यह ग़ायब है। यह भी सुनने में आया है कि अब इसने किसी और जगह अपना नया ऑफिस खोला है या खोलने की योजना बना रहा है जिससे यह और ज़्यादा मासूम लोगों को ठग सके और उनका पैसा लेकर फरार हो सके । 

अपराध करने की कार्य-प्रणाली:
------------------------------------------
जब कोई व्यक्ति इसके चंगुल में फंसने के लिए इस चालाक अपराधी के दफ़्तर में पहुंच जाता है तब यह अपराधी बेहद मासूम होने का दिखावा करता है। बड़ी ही आत्मीयता के साथ अपने बड़े दफ़्तर का दिखावा करता है। अपनी डिग्री और पढ़ाई-लिखाई और अपने ताल्लुक़ात का हवाला देता है। अपने शिकार को चाय-नाश्ता भी करवाता है और उनके साथ चिकनी चुपड़ी बातें कर के उनका ब्रेनवाश करता है। उनको झूठे प्रलोभन पेश करता है। यह अपने शिकार को मीठी-मीठी बातों में फंसाकर उन्हें अपने झांसे में लेने में माहिर हैं। इसकी धोखाधड़ी से किसी भी तबके का इंसान नहीं बच पाया है फिर चाहे वो ग़रीब हो, अमीर हो, बूढ़ा हो, रिटायर्ड हो, ऑटो वाला हो, सब्ज़ी बेचने वाला हो, व्यापारी हो, सरकारी मुलाज़िम हो, आदमी हो, औरत हो, विधवा हो या फिर कोई भी कैसा भी हो ये किसी को भी ठगे बिना नहीं छोड़ता। सबसे बड़ी बात यह है के ये किसी को भी अपना कोई भी पहचान पत्र नहीं देता है। जिनके साथ यह ठगी करता है उनके पास ना तो इसका पहचान पत्र, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या ऐसा कोई भी दस्तावेज़ जिससे इसकी शिनाख़्त ज़ाहिर हो नहीं मिलेगा। पहचान प्रमाण मांगने पर यह टाल-मटोल करके बात को घुमा देता है। ऑनलाइन भी इसका कोई पहचान प्रमाण आपको नहीं मिलेगा। फेसबुक आदि सोशल मीडिया पर भी कोई फोटो नहीं मिलेगी। 

इसका शिकार सीधे-साधे शरीफ़ लोग बनते हैं जो इस की बातों पर भरोसा करके इसको पैसा उधार दे देते हैं या फिर इसके व्यापार में अपनी रकम का निवेश कर देते हैं। शुरुआत यह एक छोटी रकम को थोड़े समय के लिए उधार लेने से करता है और उस पर ब्याज की रकम जोड़कर अपने शिकार को वापस कर देता है। यह सिलसिला ये अपने भरोसे को पुख़्ता होने तक चालाता है। उसके बाद ये अपने शिकार के साथ साम, दाम, दंड, भेद का खेल खेलना शुरू करता है और एक सटीक पद्दति अपनाकर, भोला बनकर, अपनी बदहाली का रोना रोकर, काम-काज को बढ़ाने जैसे अनेक भावात्मक बहनो को सुनाकर, अविश्वश्नीय प्रलोभन देकर उसको शीशे में उतारता है और फिर उनसे एक बड़ी रकम उधार मांगता है या निवेश करने का आग्रह करता है जिसके बदले में उनको अपने बैंक खातों के बिना तारीख़ वाले चेक काट कर दे देता है। एक सीमित समय अवधि तक लोगों की दी हुई रकम का ब्याज उनको देता है फिर धीरे-धीरे बहाने बनाकर ये वो रकम देना बंद कर देता है। 

पैसा वापस मांगने पर नई-नई झूठी कहानियां सुनाने लगता है या पैसा वापिस करने के लिए झूठी तारीखें देता रहता है। बिगाड़ता किसी से भी नहीं है। सबसे यही कहता है के हाथ जोड़ कर सबके पैसे वापस करेगा पर करता कुछ भी नहीं है। हर दफ़ा पैसा वापसी की तारीख़ आने पर एक नया जुमला या नया बहाना तैयार रखता है और बेवक़ूफ़ बनाता रहता है। ज़्यादा दबाव बनाने पर, पीछा छुड़ाने के लिए पर ये बोगस चेक बनाकर देता है और फलाना तारीख़ को डलवाने के लिए बोल देता है जो जमा करवाने के बाद बाउंस हो जाता है। यह एक नंबर का महाझूठा, मक्कार, जालसाज़ और धोखेबाज़ शख़्स है। 

इसके तथाकथित जुमले :
------------------------------------------
कभी कहता है - 
- मुझे तो अम्बानी जैसा बनना है, 
- आज मेरे मोबाइल फ़ोन में दो हज़ार लोगों के नंबर हैं, 
- मैंने असफ अली रोड पर फलां चार्टेड अकाउंटेंट के यहाँ प्रैक्टिस की है, 
- मुझे जल्दी पैसा कामना है और बड़ा बनना है, 
- मेरे पास अभी पैसा नहीं है, 
- मेरा मकान बिक गया है, 
- लोन के लिए अर्ज़ी दे रखी है, 
- फाइल लगा रखी है, 
- किसी से मेरा पैसा आने वाला है,  
- मेरी बिल्डिंग सील हो गई है, 
- मेरी तबियत ख़राब है, 
- मेरी बीवी छोड़ कर चली गई है, 
- मेरी शादी नहीं चलेगी, 
- मेरा तलाक़ हो जायेगा, 
- मैंने बीवी-बच्चों के गहने मुथूट पर गिरवी रख दिए हैं जिनकी नीलामी हो गयी है, 
- बच्चों कि फीस देने तक के पैसे नहीं हैं, 
- बच्ची के गहने बेच कर बिजली के बिल भर रहा हूँ, 
- सुसराल में मेरी कोई इज़्ज़त नहीं है, 
- मेरे सुसराल में मुझे कोई पानी तक नहीं पूछता, 
- पिताजी बीमार हैं उनका ऑपरेशन हुआ है,
- शाम का वक़्त है भगवान् की तस्वीर सामने है मैं झूठ नहीं बोलता, 
- मुझे ही मालूम है मेरी ज़िन्दगी कैसे चल रही है, 
- हाथ जोड़ कर पैसा दूंगा, 

और भी ना जाने ऐसे कितने ही अनाप-शनाप बहाने इसके पास तैयार रहते हैं। फलाना ये ढिमकाना वो और भी ऐसी खोखली भावपूर्ण बातें करके सामने वाले की सहानुभूति बटोरने की कोशिश करता रहता है और उनको पागल बनता रहता है। यही इसका क्रिमिनल पैटर्न भी है और मोडस ऑपरेंडी भी है। यह बहुत ही व्यवस्थित तरीके से अपने अपराधों को अंजाम देता है। इसके परिवार में इसकी बीवी, दो बेटियां और एक बेटा है पर सबसे झूठ कहता है मेरी सिर्फ़ दो बेटियाँ हैं

अनेकों बार इसके दफ़्तर के चक्कर काटने पर लोगों से मालूम चला है कि एक साल पहले इसने एक एम् एल एम् कंपनी बनाई जिसका नाम इसने 'सवेरा म्यूच्यूअल बेनिफिट्स निधि लिमिटेड' रखा और इस कंपनी के ज़रिये इसने तक़रीबन एक हज़ार से ज़्यादा लोगों को करोड़ों का चूना लगाया और ऑफिस छोड़ कर भाग गया। पिछले दो माह से यह फ़रार है। लेनदार इसके दफ़्तर के चक्कर काट-काट कर परेशान हो रहे हैं। ऐसे मालूम हुआ के सिर्फ़ हम ही इसके शिकार नहीं हैं और भी जनता इसकी जालसाज़ी और धोकेबाज़ी से त्रस्त है। 

ठगी और धोखाधड़ी करने के पैंतरे:
-----------------------------------------
- अपनी जान पहचान के लोगों के नाम पर लोन लेना और उनको ना चुकाना। 
- निवेश के नाम पर लोगों से ब्याज पर पैसा उधार लेना, बदले में फ़र्ज़ी चेक काट कर दे देना और फिर उस रकम को वापस ना करन। 
- अपनी तंगहाली का रोना रोकर अपने जान पहचान वालों से उधार माँगना, उनको फ़र्ज़ी चेक देना और उनका पैसा हड़प जाना। 
- एक ही बिल्डिंग, फ्लैट या प्लॉट को कई लोगों को बेच देन। 
- लोन की एवज़ में बैंक के पास गिरवी रखी ईमारत को बिना लोन चुकाए बेच देना। 
- लोगों से बयाना ले लेना और फिर कागज़ नहीं करवाना और ना उनका पैसा वापस करना। 
- लोन के कागज़ बनवाने की एवज़ में लोगों से पैसा ले लेना और फिर काम ना करवाना और बहाने बनान। 
- सरकारी दस्तावेज़ बनवाने के लिए लोगों से पैसा लेना और काम ना करवाना और पैसा खा जाना। 
- इनकम टैक्स के काम करवाने के लिए लोगों से पैसा ले लेना और काम ना करवाना। 
- एम् एल एम् कम्पनी खोल कर लोगों के साथ ठगी करना और उनका पैसा लेकर फरार हो जाना।  

इसी तरह के अन्य कई फर्जीवाड़ों में यह शख़्स लिप्त है। पैसा वापस मांगने की सूरत में ये लोगों को अपने दफ़्तर के चक्कर कटवाता रहता है, झूठे वादे करता रहता है और सब्ज़-बाग़ दिखता रहता है। जो लोग इसके झांसे में फँस जाते हैं फिर उनका पैसा कभी वापस नहीं आता है। रकम के तकादे के लिए फ़ोन करने पर इसका जुमला होता है के, "मैं कहीं काम से आया हुआ हूँ अभी थोड़ी देर में वापस फ़ोन करता हूँ।"  फिर कभी पलटकर इसका  फ़ोन नहीं आता है। व्हाट्सप्प पर ये कभी भी जवाब नहीं देता है और कुछ समय के बाद नंबर ब्लॉक कर देता है। 

अभी हाल ही में इसके ख़िलाफ़ पुलिस में शिकायत भी हुई थी पर ये वहाँ से भी किसी तरह छूट कर आ गया। फ़िलहाल पिछले दो महीनो से यह व्यक्ति फ़रार है और लगातार अपने ठिकाने बदल रहा है। जिस किराये के मकान में यह रहता था वहाँ भी यह कई-कई दिन नहीं आता क्योंकि जिन लोगों का पैसा लेकर यह भागा है वो लेनदार अब इसके घर के चक्कर काटने लगे हैं। अपनी बीवी और बच्चों को भी इसने ग़ायब कर दिया है। इसके द्वारा बनाई गयी कंपनियों का ब्यौरा संलग्न है। इन कंपनियों में इसकी पत्नी, भाई तथा इसके अन्य पहचान के लोग डायरेक्टर हैं। 

ऐसा प्रतीत होता है के इसकी पत्नी और घर के अन्य लोग भी इसके साथ धोखाधड़ी करने में शामिल हैं। इंटरनेट से मैं इसकी जितनी भी जानकारी जुटा पाया हूँ उन सबके स्क्रीनशॉट यहाँ दे रहा हूँ। इसकी पत्नी और इसका पहचान पत्र क्रमांक नंबर भी संलग्न है। इसके मौजूदा मोबाइल फ़ोन नंबर भी यहाँ दे रहा हूँ । यदि किसी को भी इसके बारे में कोई जानकारी उपलब्ध हो तो कृपया मुझ से संपर्क करें और मेरा आग्रह है कि ऐसे शातिर अपराधी से किसी भी प्रकार का कोई भी व्यापारिक या निजी व्यवहार ना करें। आज जिस स्तिथि में मैं हूँ कल आप भी हो सकते हैं। 

इस सन्दर्भ में #पुलिस प्रशासन और #मीडिया से मेरा अनुरोध है कि इस बात को संज्ञान में लिया जाए और कोई पुख़्ता कदम उठाया जाए जिससे ऐसे ठग को आगे ठगी करने का कोई मौका ना मिल पाए । सावधानी ही बचाव है इसलिए आज मैं आप सबको सावधान करने की मंशा से ही यह आपबीती लिख कर आगाह कर रहा हूँ। जैसी धोखाधड़ी मेरे और सैकड़ों लोगों के साथ हुई है आगे किसी और के साथ ना हो इसके लिए कृपा कर इस पोस्ट को ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करें और इस फ़रार धोखेबाज़, ठग को इसके अंजाम तक पहुंचाने में सहयोग करें। 

धन्यवाद!

Last Office Address:
S-528, First Floor, Near Lakshmi Nagar Metro Station,
School Block, Shakarpur, Delhi - 110092

Last Home Address:
90B, Mayur Vihar, Pocket B, Delhi - 110092

Mobile Numbers: 
9971838060, 9971954371, 7011377278

Anuj Vishnoi Voter Card EPIC No. - IPS2238466
Anuj Vishnoi Pan Card No. - AHJPB7939B

Babita Vishnoi Voter Card EPIC No. - IPS2240869

Fake / Shell Company Names:

- Akash Vihar Infratech Pvt. Ltd. (AVIPL)
- Savera Mutual Benefits Nidhi Limited - Finance Company (SMBNL)
- Suraj Affordable Infratech Limited (SAIL)
- Rata Stationers (OPC) Private Limited - Trading Company (RSPL)
- New Homes India - Marketing Company - Real Estate (NHI)
- BVM Helpcare Foundation - NGO (BVMHF)
- R.A Industries LLP (RAIL)
- A.B and Company (Consultancy Firm) (ABC)
- Mitali Creations (Cloth Manufacturing) (ME)
- Pearl Essence LLP (Beauty Products) (PEL)






memo

















#fraudster #anujVishnoi #anujKumarVishnoi #ChartedAccountant #babitaVishnoi #virendraKumarBishnoi #meenuSingh #cheater #scammer #faker #laxmiNagar #DelhiPolice #IncomeTaxDepartment #EnforcementDepartment #PrimeMinister #propertyAgent #absconding #AkashviharInfratechPrivateLimited #RataStationersPrivateLimited #SaveraMutualBenefitsNidhiLimited #SurajAffordableInfratechLimited #BvmHelpcareFoundation #headlines #todaysnews #newsreporter #updatenews #newstoday #newsoftheday #newsupdate #latestnews #dailynews #breakingnews #scamster #imposter #plotter #fake #channel #youtube #subscribe #instagram #follow #youtuber #youtubechannel #instagood #video #youtubers #Delhi #news #uttrakhand #rampur #uttarpradesh #ramnagar #noida #pancard #votercard #ngo

गुरुवार, मई 28, 2020

ग़ज़ल

ग़ज़ल
------
होगी कब ख़त्म वबा* अब ये सवाल अच्छा है
इक बिरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है //१

*महामारी
--------
सभी के चेहरों पे इज़हार न हाल अच्छा है
इक बिरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है //२
--------
हनूज़* शहर में जो हुआ इश्तिआल* अच्छा है?
इक बिरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है //३

*अभी,
*भड़काना / जोश दिलाकर मारकाट पर आमादा करना
--------
कभी तो आए अपने लहू में उबाल अच्छा है
इक बिरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है //४
--------
गुनाह बाद गर हुआ गर्द-ए-मलाल* अच्छा है
इक बिरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है //५

*पश्चाताप
--------
तिरे रूख़सार पर ये सियाह ख़ाल* अच्छा है
इक बिरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है //६

*तिल
--------
तालाबंदी में तो हर सूरत-ए-हाल अच्छा है
इक बिरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है //७
--------
लो उधारी न करो वापस ये ख़्याल अच्छा है
इक बिरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है //८
--------
पाएमाल* हालात हैं दुनिया में क्या अच्छा है?
इक बिरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है //९

*तबाह / तहस-नहस
--------
है याद वो हुस्न-ए-नज़र का कमाल अच्छा है
इक बिरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है //१०
---------
ना तिजारत ना ज़ियारत क्या ये भी अच्छा है?
इक बिरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है //११
---------
बाद मुद्दत आग़ोश में आई जाने जां अच्छा है
इक बिरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है //१२
---------
हुआ है इश्क़ मुझे उन्हें भी उन्स है अच्छा है
इक बिरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है //१३
----------
कुछ तो रिश्ता है हमारा उन से ये भी अच्छा है
इक बिरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है //१४
-----------
ख़ुदापरस्त बनो करो सजदा ये ही अच्छा है
इक बिरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है //१५
-----------
कमाओ सबाब करो मदद ये करम अच्छा है
इक बिरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है //१६
-----------
ग़म सहकर भी खुश रहना ये मेयार* अच्छा है
इक बिरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है //१७

*स्तर, ठहराव
-----------
- तुषार रस्तोगी 'निर्जन'


रविवार, मई 10, 2020

माँ का दिन

कौन सी चीज़ है जो यहाँ
नहीं मिलती,
सब कुछ मिलता है लेकिन
माँ नहीं मिलती,
माँ ऐसी होती है दोस्तों जो
ज़िन्दगी में फ़िर नहीं मिलती,
ख़ुश रखा करो उस माँ को
फ़िर देखो जन्नत कहाँ नहीं मिलती...
अम्मी जान का दिन मुबारक।
😍😘🤩😚🤗☺

#mothers_day #मातृदिवस #मदर्स_डे 

शुक्रवार, मई 08, 2020

तालाबंदी की मधुशाला


#तुषार #रस्तोगी #निर्जन #तमाशाएजिंदगी #हिंदी #जज़्बात #कविता #हास्य-व्यंग्य #तंज़-ओ-मज़ा #तालाबंदी #मधुशाला #सुरा #शराब #दारू #पियक्कड़ #बेवड़ा #facebook #instagram

गुरुवार, अप्रैल 30, 2020

ग़ज़ल - श्रद्धान्जलि

ये ग़ज़ल उन दो चमत्कारी किरदारों के नाम जो अपने जाने के बाद एक बहुत बड़ा ख़ालीपन इस दुनिया में छोड़ गए जिसे भर पाना नामुमकिन है। मरहूम अज़ीम अदाकार ॠषि कपूर और इरफ़ान ख़ान को हम सब अपनी यादों में संजोये रखेंगे। उन्हें रोते हुए नहीं एक ख़ूबसूरत मीठी सी मुस्कान के साथ विदा करते हैं। उनका काम हमेशा उन को इस फ़ानी दुनिया में अमर रखेगा। ईश्वर उन्हें जन्नत नशीन करें। ॐ शांति ॐ ।

ग़ज़ल

तिरा इक दिन अचानक से यूँ ही चले जाना
रूलाता है बहुत सबको यूँ वस्ते सफ़र जाना //१

कहानी हो गई है ख़त्म पर यारों रूको न तुम
मुमकिन हो कोई नई कहानी का लिखा जाना //२

रोएगा नहीं ये दिल तुम दोनों के बिछड़ने पर
मुझे आता है ग़म के सैलाबों में संभल जाना // ३

हो अनमोल तुम इतने ज़ाया तुमको करूँ कैसे
मुश्किल है यूँ सागर में मोती का मिल जाना //४

अश्क आसानी से अपने निकलने नहीं दूंगा
जाना ही है तो जाओ मगर हंसते हुए जाना //५

वस्ते सफ़र - बीच रास्ते / यात्रा का मध्य

- तुषार रस्तोगी 'निर्जन'

#irrfankhan #rishikapoor #restinpeace #condolences #urdu #nastaliq #facebook #instagram #tusharrastogi #nirjan #tamashaezindagi #Delhi #khatati #urdulover #urdushayari #urduadab #ghazal

😘😍🌹🚩🇮🇳🙏🏻🏵🌸🌷🌼🌻🌺💐❤😎🤗🙂



शनिवार, अप्रैल 25, 2020

ग़ज़ल

Pen - Pilot Animal Series Fine Point
Ink - Sulekha Turquoise Blue

पेश-ए-ख़िदमत है मेरी एक संजीदा कोशिश। उम्मीद कर रहा हूँ आप सभी को पसंद आएगी। ग़लतियों के लिए मा'ज़रत। आप के तब्सिरा का इंतिज़ार रहेगा।

ग़ज़ल

इक चेहरे पे कई चेहरे लगा रक्खे हैं
यूँ ज़माने से कई राज़ छिपा रक्खे हैं //१

अश्क आँखों में हैं और हँसी चेहरे पर
दर्द सीने में कई लाख दबा रक्खे हैं //२

गर्क हो जाएं ना कहीं अश्क जमीं पर गिरकर
इसलिए पलकों पे करीने से उठा रक्खे हैं //३

दौर-ए-जुनूँ को मेरे ख़्वाब समझ आएँगे
सोचकर यही इन आँखों में बसा रक्खे हैं //५

दे न पाएगा वक़्त कभी जिनके जवाब
तहें-दिल वो सवालात बचा रक्खे हैं //५

पार होगा ये सफ़ीना मेरा कैसे मौला
ज़ीस्त ने कई तूफ़ान उठा रक्खे हैं //६

लौट के फिर कभी आ घर अपने 'निर्जन'
हमने ड्योढ़ी पे चिराग़ जला रक्खे हैं //७

तहें - गहराई
गर्क - सोख लेना
अश्क - आंसू
सफ़ीना - जहाज़, नाव, मरकब

- तुषार रस्तोगी 'निर्जन'

#urdu #khushkhati #nastaliq #urducalligraphy #facebook #instagram #tusharrastogi #nirjan #urdukhatati #tamashaezindagi #Delhi #khatati #urdulover #urdushayari #urduadab #ghazal

😘😍🌹🚩🇮🇳🙏🏻🏵🌸🌷🌼🌻🌺💐❤😎🤠🥰🤗🙂
.....................................................................................................



शुक्रवार, अप्रैल 24, 2020

ग़ज़ल हो गई - तंज़-ओ-मज़ा

मुशायरा इक जोड़ा ग़ज़ल हो गई
पेलम पेला निगोड़ा ग़ज़ल हो गई

काहिल-ओ-जाहिल दिखें क़ाबिल
किताब ख़ुद ही छपाए ग़ज़ल हो गई

कलजुग का खोता बन गया शायर
रेंका ढेंचू-ढेंचू और ग़ज़ल हो गई

लफ़्ज़ों को लपेटा जहाँ से समेटा
कूड़ा पढ़ता जा बेटा ग़ज़ल हो गई

वो उठाया वहाँ से न जानें कहाँ से
यूँ सुनाया दहाँ से ग़ज़ल हो गई

मिसरा बे-बहर शेर क़ातिल क़हर
और गढ़े जा रहा है ग़ज़ल हो गई

रदीफ़ तिलमिलाए क़ाफ़िए बिलबिलाए
करते हाय हाय हाय ग़ज़ल हो गई

ख़्याल अशआर में घोला वज़न न तोला
लो चिरकुट चमन की ग़ज़ल हो गई

चढ़ बैठा इक ऊपर कहे ख़ुद को सुपर
पांव नहीं उसके ब-बर लो ग़ज़ल हो गई

माईक पे बोला दबा दब मुँह खोला
बे-तरतीब घचोला लो ग़ज़ल हो गई

'निर्जन' की सुन लो फ़िल्मी धुन हो
तान लो फिर चकाचक ग़ज़ल हो गई

अदीबों का जोड़ा खा शिकंजी-पकोड़ा
जम के कर दी वाह-वाही ग़ज़ल हो गई

काहिल - आलसी, अलस, सुस्त, मंद / lazy, indolent
जाहिल - अज्ञानी / ignorant, illiterate, rude
क़ाबिल - इल्मदाँ, विद्वान / Able, Competent, Clever
खोता - गधा / donkey
दहाँ - मुँह / mouth
ब-बर - ज़मीन पर / on land
अदीबों - साहित्यकार, कलाकार / writer, literary figureartist

- तुषार रस्तोगी 'निर्जन'

#urdu #khushkhati #nastaliq #urducalligraphy #facebook #instagram #tusharrastogi #nirjan #urdukhatati #tamashaezindagi #Delhi #khatati #urdulover #urdushayari #urduadab #ghazal #tanzomazah

😘😍🌹🚩🇮🇳🙏🏻🏵🌸🌷🌼🌻🌺💐❤😎🤠🥰🤗🙂


बुधवार, अप्रैल 22, 2020

ग़ज़ल

ग़ज़ल

नौ-उम्र जज़्बात हैं जबीन-ए-पाक में
बाला-तर जज़्बात हैं दिल-ए-बेबाक में

फ़लक से देख क्यों बरस रहा है लहू?
खूँ रोता है, क्या वहाँ अफ़्लाक में?

आह! वस्ल-ए-यार किस सूरत करूँ?
उम्र हो रही है ज़ाया इन सवालात में

ज़िस्त है बे-नम बर्ग-ए-काह का ढेर
सुलगाओ आग ख़स-ओ-ख़ाशाक में

तुमने भी तो कोई कसर नहीं रक्खी
सुराख़ क्या कम हैं मेरे लिबास में?

ऐसा फ़़रेब-ए-हयात या रब ना दे
हम कहाँ हैं क़िस्सा-ए-लोलाक में 

ख़ाक ही इब्तिदा और इंतिहा है जब
क्यों न ख़ुद ही, ख़ुद को, मिला दूँ मैं ख़ाक में!

दम-क़दम कर दी तर्क़ अब मैंने 'निर्जन'
क्या ख़बर कितने अंदोह बैठे हों ताक में

जबीन-ए-पाक - साफ़ शुद्ध धार्मिक दिमाग़
नौ-उम्र - जवान
बाला-तर - बहुत ऊंचा
दिल-ए-बेबाक - निडर दिल
अफ़लाक - फ़लक़ / आसमान की जमा
ज़िस्त - ज़िन्दगी
बे-नम - सूखा
बर्ग-ए-काह - पत्तियाँ और तिनके
ख़स-ओ-ख़ाशाक - सूखी घास फूस
सुराख़ - छेद
लिबास - कपड़े
फ़़रेब-ए-हयात - ज़िन्दगी के धोखे
क़िस्सा-ए-लोलाक - आसमान के मालिक की कहानी
दम-क़दम - जीवन, मौजूदगी
तर्क़ - छोड़ देना
अंदोह - कष्ट, दुख

- तुषार रस्तोगी 'निर्जन'

#urdu #khushkhati #nastaliq #urducalligraphy #facebook #instagram #tusharrastogi #nirjan #urdukhatati #tamashaezindagi #Delhi #khatati #urdulover #urdushayari #urduadab #ghazal

😘😍🌹🚩🇮🇳🙏🏻🏵🌸🌷🌼🌻🌺💐❤😎🤠🥰🤗🙂
















मंगलवार, अप्रैल 21, 2020

वो भी क्या दिन थे

एक पुराना क़िस्सा याद आ गया। ये मेरे स्कूल के दिनों की बात है। दिल वाले दुलहनिया ले जाएँगे रिलीज़ हुई थी। लड़के काजोल पर उन दिनों जान छिड़कते थे। हम भी उन में से एक थे। हाॅस्टल में रहा करते थे। अब फ़िल्म कैसे देखी जाए। बाहर जाना मना था। तो सोच कर प्लान बनाया रात को रोल काॅल के बाद जब लाईटस बंद होंगी तब बंक मारकर दोस्तों के साथ फ़िल्म देखने जाएँगे। ख़ुराफ़ाती दिमाग़ तो शुरू से ही रहा है। तो बस रूम की खिड़की के सरिए काट दिए और बैडशीट की रस्सी बनाकर निकल लिए कमांडो।

मैनें DDLJ दोस्तों के साथ हाॅस्टल से बंक मार-मार कर लगातार दो महीने देखी। रात ९:३० का शो ९:४५ पर पहुँचना पूरी फ़िल्म देखना और वापस होस्टल में आना बड़ा रोमांचक लगता था। दिवार फांद कर, जंगल से होते हुए, मेरठ कैंट में से गुज़र कर सिटी तक पैदल पहुँचना अपने आप में एक नया तजुर्बा था। फ़िल्म का एक-एक डाॅयलाग रट चुका था। हर कलाकार की एंट्री और इग्ज़िट तक याद हो गई थी। रात वाला सिनेमा हाॅल का गार्ड जो टिकट चेकर भी था दोस्त के जैसा हो गया था। कितनी ही दफ़ा तो फ़्रन्ट स्टाल की टिकट लेकर बालकनी में बैठकर फ़िल्म देखी थी और कई बार बिना टिकट भी। सब गोपी की महरबानी। बस उसको एक रजनीगंधा और तुलसी खिलाना होता था। एक आद बार एक छुटकु पव्वा काम पैंतीस कर देता था।

शायद कुछ समय और देख पाते पर हाय री क़िस्मत एक दिन हाॅस्टल से निकल जाने के बाद जब पैदल सड़क से जा रहे थे तब हाॅस्टल में रहने वाले एक अध्यापक ने रास्ते में हमें पकड़ लिया। घोड़े की सी तेज़ी से सरपट वापस तो दौड़ गए और अपने अपने रूम में भी पहुँच गए पर उसके बाद जो हुआ वो भी एक यादगार क़िस्सा है। ठंड रखिए वो भी जल्दी ही साझा करूँगा।

अब इस तालाबंदी में मुझे वही हाॅस्टल वाली फील आने लगी है। काश आज भी बंक मारकर दोस्तों के साथ वो दिन वापस ला सकता। वो भी क्या दिन थे।


















#पुरानीयादें #DDLJ #वो_भी_क्या_दिन_थे #हाॅस्टल_लाईफ़ #लाॅकडाउन #तालाबंदी #कोरोना_क़हर

शनिवार, अप्रैल 18, 2020

ग़ज़ल

ग़ज़ल
-----------------------------------------------------------------------
शब-ए-हिज्र तो किसी तौर गुज़र जाएगी
रात गहरी है तेरी याद बहुत आएगी //१
-----------------------------------------------------------------------
मेरे होठों पे तेरा इश्क़ दहकता है अभी
इन सांसों में तेरा लमस महकता है अभी //२
-----------------------------------------------------------------------
मेरे सीने में तेरा नाम धड़कता है अभी
इन बाहों में तेरा हुस्न भड़कता है अभी //३
-----------------------------------------------------------------------
तेरी आवाज़ का एजाज़ है सिर्फ़ मेरे लिए
तेरे मल्बूस की ख़ुशबू है सिर्फ़ मेरे लिए //४
-----------------------------------------------------------------------
तेरी बाहें तेरा सू-बा-सू है सिर्फ़ मेरे लिए
तेरे गेसू तेरा गुल-रू है सिर्फ़ मेरे लिए //५
-----------------------------------------------------------------------
जान करने को मेरे पास बहुत कुछ है अभी
यूँ तो कहने के लिए ख़ास बहुत कुछ है अभी //६
-----------------------------------------------------------------------
इश्क़ हैरां है सर-ए-सहर-ए-सबा क्या होगा
मेरे क़ातिल तेरा अंदाज़-ए-वफ़ा क्या होगा //७
-----------------------------------------------------------------------
आज की रैन तो किसी तरह बीत जाएगी
कल की सुबह इक नया रंग-ए-वफ़ा लाएगी //८
-----------------------------------------------------------------------
सोचता हूँ कल तुझ से मुलाक़ात के बाद
हौसला-ओ-उम्मीद मेरी और संवर जाएगी //९
-----------------------------------------------------------------------
हुस्न आएगा और बस आके ठहर जाएगा
जीत होगी जब यार आग़ोश में आ जाएगा //१०
-----------------------------------------------------------------------
आह! ये लील तो जैसे-तैसे गुज़र जाएगी
कल यक़ीनन बराए नाम मेरे लिखी जाएगी /११
-----------------------------------------------------------------------
लमस - स्पर्श
एजाज़ - जादू, आदत
मल्बूस - लिबास, कपड़े
गेसू - ज़ुल्फ़
सू-बा-सू - यहाँ और वहाँ
गुल-रू - गुलाबी चेहरा
लील- रात

- तुषार रस्तोगी 'निर्जन'

#urdu #khushkhati #nastaliq #urducalligraphy #facebook #instagram #tusharrastogi #nirjan #urdukhatati #tamashaezindagi #Delhi #khatati #urdulover #urdushayari #urduadab #ghazal

🙏🏻🚩🇮🇳🌹🏵🌸💐🌻🌼🌺🙂










सोमवार, अप्रैल 13, 2020

ग़ज़ल

ग़ज़ल
......................................................................................
करते हैं इश्क़ मगर मेरा नाम नहीं लिख सकते
वो कौन हैं मेरे ये सर-ए-आम नहीं लिख सकते //१
......................................................................................
यूँ तो रोज़ करते हैं गुफ़तगू कई-कई घंटो मुझसे
इक ज़रा सा वक़्त वो मेरे नाम नहीं लिख सकते //२
......................................................................................
उन की अदायें कभी मेरी समझ में नहीं आतीं
वो क्या आंखों को कभी जाम नहीं लिख सकते //३
......................................................................................
कहते हैं तुम गर चाहो तो मेरा जहाँ ख़रीद लो
कहते हैं सब मगर बस दाम नहीं लिख सकते //४
......................................................................................
सोच रहा हूँ क्यों न अब मैं भी भुला दूँ उनको
वो तो चाह कर भी अंजाम नहीं लिख सकते //५
.......................................................................................
जितना इस इश्क़ ने मुझे कर दिया है अब तक
ख़ैर उतना भी मुझे बदनाम नहीं लिख सकते //६
.......................................................................................
- तुषार रस्तोगी 'निर्जन'
.......................................................................................














#urdu #khushkhati #nastaliq #urducalligraphy #facebook #instagram #tusharrastogi #nirjan #urdukhatati #tamashaezindagi #Delhi #khatati #urdulover #urdushayari #urduadab #ghazal

ग़ज़ल

ग़ज़ल
......................................................................................
ये दुनिया के लोगों से, क्यों आस लगाए रहता हूँ
अपनी मर्ज़ी का मालिक, मैं रौब जमाए रहता हूँ //१
......................................................................................
महफ़िल में शामिल रह कर, मैं रंग जमाता रहता हूँ
गुज़रे माज़ी के पन्नो पर, मैं ख़क उड़ाता रहता हूँ //२
......................................................................................
ये रस्ता मुझ से वाक़िफ़ है, मैं आता-जाता रहता हूँ
हाल सुनाना मुश्किल है, मैं शेर सुनाता रहता हूँ //३
......................................................................................
ये रस्म-ए-दुनिया-दारी है, मैं हाथ मिलाता रहता हूँ
ये आलम एक छलावा है, मैं जान छुड़ाता रहता हूँ //४
......................................................................................
परेशां होना बिमारी है, मैं फ़िकर जताता रहता हूँ
आने वाले हर लम्हे का, मैं जश्न मनाता रहता हूँ //५
......................................................................................
- तुषार रस्तोगी 'निर्जन'
......................................................................................














#urdu_khushkhati #nastaliq #urducalligraphy #urdu #calligraphyart #instagram #insta #tusharrastogi #urdukhatati #tamashaezindagi #Delhi #khatati #urdulover #urdushayari #urdulove #urduthoughts #urduadab #delhiurducalligraphy #nirjan #ghazal



मंगलवार, अप्रैल 07, 2020

ग़ज़ल १

ग़ज़ल
-------------------
रौशन हुआ है आज अक्स माहताब का
उतरा है मेरी रूह में जलवा शबाब का //१

उसकी अदाएँ मेरी नज़रों में बस गईं
आग़ाज़ था ये इश्क़ की पहली बहार का //२

बेनूर हो गया था जो तूफ़ानी बयार में
शबनम गिरी तो खिल उठा चेहरा दयार का //३

मुस्करा के 'निर्जन' इश्क़ की राह चल दिया
मंज़र जो देखा फ़लक़ पर उस आफ़ताब का //४

बीती हुई फ़स्ल की तक़लीफ़ों को भूल जा
अब आया है देख मौसम वस्ल-ए-यार का //५

- तुषार रस्तोगी 'निर्जन'















#urdu_khushkhati #nastaliq #urducalligraphy #urdu #calligraphyart #instagram #insta #tusharrastogi #urdukhatati #tamashaezindagi #Delhi #khatati #urdulover #urdushayari #urdulove #urduthoughts #urduadab #delhiurducalligraphy #nirjan

Instagram

सोमवार, अप्रैल 06, 2020

नज़्म: चाहता हूँ मैं

चाहता हूँ मैं 
-------------------
नज़रों के समंदर का ठिकाना चाहता हूँ मैं 
मुझे तुझ से मोहब्बत है बताना चाहता हूँ मैं //१

अब ज़ाया लगती है हर मौसम की शादाबी
तुझे अपनी सांसो में बसाना चाहता हूँ मैं //२

ये दिल धड़कता है मेरे दम से लेकिन 
तेरे इश्क़ से दुनिया सजाना चाहता हूँ मैं //३

ख़ुद से भी ज़्यादा तुझ में अक़िदत है
तेरे क़रीब आने का बहाना चाहता हूँ मैं //४

आशिक़ी जताने का ये मौक़ा अच्छा है
तुझे फ़क़्त इतना ही बताना चाहता हूँ मैं //५

शादाबी - सरसब्ज़, हरियाली
अक़ीदत - भरोसा

 - तुषार रस्तोगी 'निर्जन'

🚩🇮🇳🙏🏻🌹😍💐😘🌸🤩🏵🤗🌺😚🌻😙🌼😗🙏🏻🇮🇳🚩


#nastaliq #urducalligraphy #urdu #calligraphyart #instagram #insta #tusharrastogi #urdukhatati #tamashaezindagi #Delhi #khatati #urdulover #urdulanguage #urdushayari #urdulines #urdulove #urduzone #urduthoughts #urduadab #delhiurducalligraphy #facebook #nirjan







शुक्रवार, अक्तूबर 11, 2019

गुरुवार, जून 28, 2018

अर्ज़ किया है



















...
ज़िक्र करते हैं तेरा इस कदर अलफाज़-ए-'निर्जन'
दुनिया शायरी को मेरी जुनूँ-ए-इश्क़ कहती है आज

Zikr karte hain tera iss qadr alfaaz-e-'nirjan'
Duniya shayari ko meri junu-e-ishq kehti hai aaj

#yqdidi #tamashaezindagi #tusharrastogi #nirjan #इश्क़ #अलफाज़ #जुनूँ #शायरी #ज़िक्र

Follow my writings on https://www.yourquote.in/rastogi_tushar #yourquote

मंगलवार, नवंबर 28, 2017

शर अर्ज़ है

तुमसे लफ्ज़ों का नहीं 'निर्जन'
रूहानी-रूमानी रिश्ता है मेरा
तुम तो तहलील हो सांसो में
इबादत की ख़ुशबू की तरह


रविवार, नवंबर 19, 2017

हास्य-व्यंग्य अर्ज़ है

सिग्रेट, शराब, चरस, अफ़ीम, रम
नशा ज़िंदगी में कभी नहीं था कम
कुछ इस तरह 'निर्जन' निकला दम
एक हाथ में लोटा दूसरे हाथ में बम

#yqdidi #तुषाररस्तोगी #निर्जन  #तमाशा_ए_ज़िंदगी #नशाखोरी #नशामुक्ति #व्यंग्य 

Follow my writings on https://www.yourquote.in/rastogi_tushar #yourquote



क़समें वादे प्यार वफ़ा सब

[tusharrastogi] sings kasme wade pyar wafa by Manna Dey, what an incredible voice on StarMaker! StarMaker, 40,000,000+ music lovers are singing here! 

https://m.starmakerstudios.com/share?recording_id=549080634&share_type=more

#karaoke #sing #kasmewadepyarwafa #mannadey #tushar #rastogi #nirjan #tamashaezindagi #pran #upkaar #hindi #classic #song #music