कुछ हिन्दुस्तानी
लोग जब अमरीका या किसी और देश चले जाते हैं और जब वहां से वापस आते हैं तो देखिये
उनके तौर तरीको और रवैयों के अन्दाज़ | पेश करता हूँ..
Always says, “Bless you”,
whenever someone sneezes.
कोई छींक मरेगा तो तुरंत कहेंगे, 'ब्लेस यू' |
US-returned people use
the word “bucks” instead of “Rs.”
अमरीका से भारत लौटे लोग 'रूपये' नहीं कहते 'बक्स' कहना शुरू कर देते हैं |
Tries to use credit cards
in a road side hotel.
हाईवे के ढाबे पर खाना खाने के बाद 'क्रेडिट कार्ड' से पेमेंट करेंगे |
Drinks and carries
mineral water and always speaks of being health conscious.
मिनरल वाटर पीना शुरू कर देंगे, पूछने पर बहाना बताएँगे के पेट ख़राब हो जाता है, तबियत बिगड़ जाती है |
Sprays deodorant so that
he doesn’t need to take bath.
डीओडरैनट इस्तेमाल करना शुरू कर देंगे जिससे नहाना न पड़े |
Sneezes and says ‘Excuse
me’.
छींकेंगे और कहेंगे 'एक्सक्यूज़ मी'
Says “Hey” instead of
“Hi”, ”Yoghurt” instead of “Curds”, ”Cab” instead of “Taxi”, “Trunk” of “Dicky”
for a car trunk, ”Candy” instead of “Chocolate”,”Cookie” instead of “Biscuit” ,
”got to go” instead of “Have to go”.
'हाई' को 'हे', 'दही' को 'योगर्ट', 'टैक्सी' को 'कैब', 'गाडी की डिक्की' को 'ट्रंक', 'चॉकलेट' को 'कैंडी', 'बिस्कुट' को 'कुकी', 'हैव टू गो' को 'गौट टू गो' बोलना शुरू कर देंगे |
Says “Oh” instead of
“Zero”, (for 101,
he will say One O One Instead of One Hundred One)
'जीरो' को 'ओ' कहना शुरू कर देंगे ( १०१ को 'एक सौ एक' की जगह 'वन ओ वन' ) बोलेंगे |
Doesn’t forget to
complain about the air pollution. Keeps complaining every time he steps out.
जब भी बहार जायेंगे हर बार हर जगह बार बार 'एयर पोल्यूशन' की बात करते नहीं थकेंगे |
Says all the distances in
Miles (Not in Kilo Meters), and counts in Millions. (Not in Lakhs)
किलोमीटर भूल जायेगे मील में दूरी नापेंगे | लाख भूल जायेगे मिलियन में गिनेंगे |
Tries to figure all the
prices in Dollars as far as possible (but deep inside multiplies by 44).
हर चीज़ के दाम डॉलर में लगायेंगे और अन्दर मन में उसे ५५ से गुणा करते रहेंगे |
Tries to see the % of fat
on the cover of a milk pocket.
दूध की थैली के ऊपर सबसे पहले फैट परसेंटेज देखेंगे |
When he needs to say Z
(zed), he never says Z (Zed), instead repeats “Zee” several times, and if the
other person is unable to get it, then says X, Y Zee(but never says Zed)
'ज़ैड' को जान बूझ कर 'ज़ी' बोलेंगे | अगर कोई नहीं समझ पायेगा तो उससे एक्स, वाई ज़ी बोल कर बताएँगे पर 'ज़ैड' नहीं बोलेंगे |
Writes the date in
MM/DD/YYYY. On watching traditional DD/MM/YYYY, says “Oh! British Style!!!!”
तारीख़ को
मंथ/डे/ईयर फॉर्मेट में लिखेंगे | अगर कहीं पुराना डे/मंथ/ईयर फॉर्मेट देख लेंगे
तो कहेंगे, “ओह! ब्रिटिश स्टाइल!!!”
Makes fun of Indian Standard Time and the Indian
Road Conditions.
मौका मिलते ही इंडियन
स्टैण्डर्ड टाइम और हिंदुस्तान की सड़कों का मजाक उड़ना शुरू कर देंगे |
Even after 2 months,
complaints about “Jet Lag”.
आने के दो महीने
बाद भी ‘जेटलैग’ से ग्रस्त रहेंगे |
Just to show off avoids
eating spicy food.
दिखावे के लिए तीखा
कहना खाने से परहेज़ करेंगे |
Tries to drink “Diet
Coke”, instead of Normal Coke. Eats Pizza instead of Dosa.
‘नार्मल कोक’ की
जगह ‘डाइट कोक’ पियेंगे | ‘डोसा’ की जगह ‘पिज़्ज़ा’ खायेंगे |
Tries to complain about
anything in India as if he is experiencing it for the first time. Asks
questions etc. about India as though its his first visit to India .
हिंदुस्तान की हर
चीज़ के बारे में शिकायत करना शुरू कर देंगे जैसे परेशानी पहली दफा हो रही है | उट
पटांग सवाल जवाब करने शुरू कर देंगे हिन्दुस्तान के बारे में जैसे पहली दफ़ा आये
हों यहाँ |
Pronounces “schedule” as
“skejule”, and “module” as “mojule”.
‘स्केड्यूल’ को ‘स्केज्यूल’
और ‘मोड्यूल’ को ‘मोज्यूल’ बोलना शुरू कर देंगे |
Looks suspiciously
towards any Hotel/Dhaba food.
किसी भी होटल या
ढाबे के खाने को शक की निगाहों से देखेंगे |
From the luggage bag,
does not remove the stickers of the Airways by which he traveled back to India
, even after 4
months of arrival.
लौटने के चार
महीने बाद भी लगेज बैग से एयरवेज का स्टीकर नहीं छुटाएंगे जिससे भारत वापस आये हैं
|
Takes the cabin luggage
bag to short visits in India and tries to roll the bag on Indian Roads.
कैबिन लगेज को
छोटी-मोटी यात्राओं पर चमकाने के लिए ले जायेंगे | हिन्दुस्तानी सड़कों पर बैग को
रोल करके चलने लगेंगे |
Tries to begin any
conversation with “In US ….” or “When I was in US…”
हर एक वार्तालाप
शुरू करने से पहले कहेंगे, ‘जब मैं अमरीका में था...’ |
अब आप ही बताएं
ऐसे कार्टूनों का क्या हो सकता है | यहाँ हिन्दुस्तान में अमरीकी आकर हिन्दुस्तानी
सभ्यता और ज़बान सीख रहे हैं | और वहां कुछ अकलमंद लोग बाहरी फूहड़ता अपना कर अपने
देश को नीचा दिखने में लगे हुए हैं | खुदा इन्हें अक्ल बक्शे |
रोचक प्रस्तुति- जबरदस्त कटाक्ष . आभार नवसंवत्सर की बहुत बहुत शुभकामनायें दादा साहेब फाल्के और भारत रत्न :राजनीतिक हस्तक्षेप बंद हो . .महिला ब्लोगर्स के लिए एक नयी सौगात आज ही जुड़ें WOMAN ABOUT MANजाने संविधान में कैसे है संपत्ति का अधिकार-1
जवाब देंहटाएंऐसे लोगों में राष्ट्र प्रेम की भावना नहीं होती और दूसरों को भी ये बताते नहीं थकते की "इस देश से तो अमरीका 100 गुना बढ़िया है". ऐसे लोग देशद्रोही के अंतर्गत आने चाहिए।
आपका तंज़ मारने का तरीका बड़ा सटीक है।
बहुत अच्छा लगा तो अनुसरण कर रहा हूँ
शुक्रिया भाई |
हटाएंबढ़िया है आदरणीय -
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें -
सुंदर कटाक्ष.....
जवाब देंहटाएंबहुत ही बेहतरीन कलेक्सन,इसमें बहुत कुछ सच्चाई ही दिख रही है.चलिए मैं अमेरिका में न होकर दूसरे देश में हूँ,कहीं भी रहे अपनी सभ्यता संस्कृति को नही भूलना चाहिए...
जवाब देंहटाएंअमेरिका में भारतीयों को ABCD ही कहा जाता है। अमेरिकन बोर्न कन्फ्यूज्ड देसी। ये वो प्रजाति है जो अमेरिका में भारत को तलाशती है और भारत में अमेरिका को। आपने सही चित्रण किया है।
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंवे अमेरिकन दिखने के चक्कर में बिगडैल हिंदुस्तानी बन जाते हैं !
latest post"मेरे विचार मेरी अनुभूति " ब्लॉग की वर्षगांठ
latest post वासन्ती दुर्गा पूजा
क्या बात है .....। बहुत खूब ....।
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें !!
आप का लेख-'अमरीका में बिगड़ा कन्फ्ययूड़ देसी'पढ़ कर यह कहा जा सकता है कि आप ने बहुत पास से हर बात को देखा है। निंसन्देह विदेश का असर भारतीयों पर खूब होता है। आप की मेहनत काबिले तारीफ है।
जवाब देंहटाएंमेरी कहानी, "रेखाओं की करवट"जरूर पढ़ कर अपने विचार अवश्य व्यक्त कीजियेगा।(http://wwwunwarat.com.रेखाओं की करवट )
आप की हर रचना प्रशन्सनीय होती है।
vinnie
आप का लेख -अमरीका में बिगड़ा कन्फ्ययूड़ देसी'पढ़ कर यह कहा जा सकता है कि आप ने बहुत पास से हर बात को देखा है।निंसन्देह विदेश का असर भारतीयों पर खूब होता है।आप की मेहनत काबिले तारीफ है।
जवाब देंहटाएंमेरी कहानी, "रेखाओं की करवट"जरूर पढ़ कर अपने विचार अवश्य व्यक्त कीजियेगा।(http://wwwunwarat.com.रेखाओं की करवट )
आप की हर रचना प्रशन्सनीय होती है।
बहुत बढ़िया व्यंग ... बधाई
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति !!
जवाब देंहटाएंपधारें "आँसुओं के मोती"
वाह !!! मजेदार बढ़िया व्यंग ,आभार,
जवाब देंहटाएंRECENT POST : क्यूँ चुप हो कुछ बोलो श्वेता.
किसी देसी अंग्रेजी मुर्गे से पाला पड़ा है लगता है .....:))
जवाब देंहटाएंआजकल ऐसे मुर्गे काफ़ी दिखाई पडते हैं, बहुत सटीक लिखा.
जवाब देंहटाएंरामराम.
अब हम तो इसी आबोहवा में रहते हैं.. हमें कोई बात नई नहीं लगी.. पर ये भी अपना लाईफ़ स्टाईल है..
जवाब देंहटाएंTo B Honest ,, Biased .. aise kitne hi words ya pharses hain jo aapne isme mention kiye hain aur unko commonly use kiya jata hai jiske liye ham kisi USA ya UK ko dosh nahin de sakte wo shabd bolchaal ka hissa ban gaye hain .. Cab, Bucks, One O One, Schedule, Gotta Go .. its vry normal
जवाब देंहटाएंबताऊं ऐसे लोगों को भारतीय नागरिकता से ही वंचित करके कह देना चाहिए Now u live in America forever,बहुत गर्व से कहते हैं न! When i ws in America...
जवाब देंहटाएंनिश्चित ही आपका यह आलेख बहुत उद्यमपूर्ण रहा होगा।बहुत अच्छा शोध प्रस्तुत किया है आपने।
काफी रोचक है ।
जवाब देंहटाएंआप सभी मित्रों और सह ब्लॉगर साथियों का बहुत बहुत शुक्रिया जो आपने समय निकालकर मेरे लेखन पर आपनी प्रतिक्रिया व्यक्ति करने की कृपा की | आभार
जवाब देंहटाएंसही लिखा है आपने ...एकदम सटीक
जवाब देंहटाएं