सरकारी सूचना
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सभी आम और ख़ास ब्लॉगर मित्रों तथा जनहित में जारी : -
सभी मित्रों को सूचित किया जाता है के ३० मार्च, शाम ब्लागस्पाट के मैनेजमेंट और इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के सरकारी अधिकारीयों के बीच हुई बैठक ,वार्तालाप और भेंटवार्ता के नतीजे कुछ इस प्रकार हैं | सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है और एक अध्यादेश पारित किया है जो ३१ मार्च, २०१३, रात १२ बजे, से लागू हो गया है | इसके अंतर्गत :
- ब्लागस्पाट.कॉम पर ब्लोग्गेर्स की बढती संख्या और सरकार की निंदा में लिखे हुए लेख, कविता, टिप्पणियां, दोहे, हाइकू, कुण्डलियाँ आदि को देखते हुए सरकार ने इस साईट को जल्द से जल्द बंद करने का आदेश पारित कर दिया है |
- साईट पर अत्यधिक ट्रैफिक के आने की वजह से सरकार ने अपना प्रभाव बनाते हुए ब्लागस्पाट साईट को अपने शिकंजे में ले लिया है और इस पर १० करोड़ का जुरमाना लगा दिया है |
- जो ब्लोग्गेर्स सरकार के विरोध में लिखना पसंद करते हैं उनकी सूची तयार कर उनपर सकत कार्यवाही करने की योजना बनाई जा चुकी है |
- ३१ मार्च रात्रि १२ बजे के बाद से सभी तरह के ब्लोग्गेर्स पर ब्लॉग्गिंग करने की रोक लगा दी गई है | इस आदेश को ना मानने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जा सकती है जिसमें १ लाख रूपये जुरमाना अथवा १ वर्ष बामशक्कत क़ैद का प्रावधान है |
- ब्लागस्पाट और फेसबुक को आपस में जोड़कर पोस्ट सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वालों पर ज्यादा कड़ी कार्यवाही की जाएगी |
- सरकारी बहु, सरकारी बेटी, सरकारी दामाद, सरकारी बच्चे, सरकारी नाती/पोती, सरकारी मुलाजिम, सरकारी महकमे, सरकारी प्रसंशक अथवा स्वयं सरकार के बारे में कुछ भी लिखने वाले को ५ लाख रूपये का जुरमाना और २ वर्ष कठोर कारावास की सजा का प्रावधान तय पाया है |
- फेसबुक, ट्विटर सरीखी सोशल मीडिया साइटों को भी बैन करने की कवाय्तें शुरू की जा चुकी हैं |
- जो लोग इन सभी विपदाओं से बचना चाहते हैं वे आने वाले चुनावों से पहले अपनी लेखनी में सिर्फ और सिर्फ सरकारी खानदान और सरकार का गुणगान करेंगे और सिर्फ सरकार के बारे में लिखेंगे | इसमें कवितायेँ, लेख, चाँद, हाइकू, ग़ज़ल, शेर इत्यादि शामिल हैं |
- पसंद आने पर चयन की गई सर्वश्रेष्ट प्रविष्टि लिखने वाले को उचित इनाम और सरकारी भक्त के ख़िताब से नवाज़ा जायेगा | इसमें इनाम की राशि में २ लाख रूपये नकद, एक बिल्ला, एक प्रशंसा पत्र और सरकारी दामादों वाली खातिरदारी शामिल है |
उपरोक्त सभी आदेशों का पालन न करने वाले के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी और उसे निम्बूपानी की सजा दी जाएगी जिससे उसका पेट साफ़ हो जाये और वो सरकार के साफ़ सुथरे प्रतिरूप को समझ सके और उसके बारे में आगे लिख सके |
भाइयों मैं तो हैण्ड टू हैण्ड अभी से ब्लागिंग बंद कर रहा हूँ. इसे अप्रैल फूल समझने की गलती बिलकुल न करें वरना आपको पछताना पड़ सकता है |
नमस्कार
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अप्रैल फूल बनाया तो तुमको गुस्सा आया :)
उल्लू बनाया ,बड़ा मज़ा आया ;)
Yakeen to nahin hota ...aaj ke khas maan lete hain :)
जवाब देंहटाएंमोनिका जी आज के दिन सारा खेला यकीन का ही तो होता है :) | आपकी टिपण्णी के लिए धन्यवाद् |
हटाएंआपकी बात से डर गया हूँ मैं और ब्लॉग्गिंग बंद कर रहा हूँ .आज के बाद आपको हमारे ब्लॉग पर आने पर सिर्फ अंगूठा मिलेगा .. चाहना तो इसे चूसना या दिखाना .....
जवाब देंहटाएंअप्रैल फूल बनाया ...मज़ा आया क्या रस्तोगी जी ?
हा हा हा बहुत बढ़िया कुशवंश भाई |
हटाएंब्लोगिंग छोड़ना मुशिकल काम है,,,,
जवाब देंहटाएंबावला बन कर बहुत मजा आया
जवाब देंहटाएंआपने तो अपना ब्लॉग ही गंवाया
गुज़ारिश : 'मूर्ख दिवस '
तुषार जी हम सब तो गम्भीर हैं लेकिन लगता है कि आप इसे अप्रैल फूल समझने की गलती कर रहे हैं। आपने जो लिखा वो कुछ अतिशयोक्ति सी लगती है लेकिन वास्तविकता इससे बेहतर नहीं। कृपया नीचे दी गयी लिंक को देखें और अप्रैल फूल के मूड से बाहर आएं।
जवाब देंहटाएंhttp://www.india.govt.orders.1123-45.blogs/sites.restrictions.2013-03-31/tushar
ब्रिजेश भाई अपन बनने वालों में से नहीं बनाने वालों में से हैं :) | इस बार आप चूक गए |
हटाएंये बहुत मुश्किल है कि यहां टिप्पणी पोस्ट करने के लिए आपकी अनुमति लेनी होती है। यानी आपको कोई छेड़े तो पहले आपसे अनुमति ले।
जवाब देंहटाएंभाई हम तो पैदायशी अप्रैल फ़ूल क्या जनवरी से दिसंबर तक फ़ूल हैं, फ़िर हम पर सरकार के फ़ैसले का क्या असर होने वाला है? रही बात जुरमाने या जेल की तो भैया यूं भी ससुराल जाते ही रहते हैं आज बस रवाना हो ही रहे हैं, एक साल वहां रह लेंगे.:)
जवाब देंहटाएंरामराम.
सही कहा ताउजी | राम राम
हटाएंआपका अप्रैल फूल अप्रत्यक्ष रुप से फल फूल रहा है।
जवाब देंहटाएंविकेश भाई उम्मीद तो है फलने की पर फूलने की भी तो सोचना होगा |
हटाएंहे भगवान्-
जवाब देंहटाएंआज ही तो आया था-
गजब गाथा-
गुरूजी टिपण्णी के लिए प्रणाम |
हटाएंvaise to padhte hi laga ye april fool banane ke liye hai, magar fir bhi tarkon ko padhne se khud ko rok nahi payi!! achchhi mazaak hai, magar kya aap jante hain, fool banane vale ko party bhi deni hoti hai?????????
जवाब देंहटाएंदोस्तों के लिए तो पार्टी छोटी सी चीज़ है | कभी भी ले लीजिये आप पार्टी | क्या बात कर दी आपने |
हटाएंenjoyed it!!
जवाब देंहटाएं:)
जवाब देंहटाएंBahut khub...
क्या कल्पना की उड़ान भरते हैं आप? आप ने सोचा हमें अप्रैल फूल बनाया हा!!हा!! हम बन गये क्या बात है?आप की भी।
जवाब देंहटाएंविन्नी
हा हा हा......बढ़िया रहा।
जवाब देंहटाएंवाह भाई वाह तुषार जी !
जवाब देंहटाएंआप ने हमें अप्रेल फूल बनाया और हम बन गये।
जवाब देंहटाएंहा!हा! मनोरंजन अच्छा हुआ बहुत बढ़िया।
उस के लिये धन्यवाद!
आप का लेखन वास्तव में प्रशन्सनीय है और कल्पना शक्ति उस से आगे ही रहती है। इतने अच्छे लेख के लिये पुनः धन्यवाद।
आप जानते हैं क्या आप का नाम इगलिश में Tom Raj बना दिया गया है ।
विन्नी
आपने तो सचमुच डरा ही दिया था, लेकिन जैसे जैसे नीचे पढता गया, बात स्पष्ट होती गयी.
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