अब ऐतबार के लायक रहा नहीं जहाँ
दोस्त बन के देते हैं धोखा कहाँ कहाँ
दर्द-ए-दिल बताओ जो अपना जान के
दो मुंहे डसते हैं ये फन अपना तान के
ना करना भरोसा दुनिया पर तुम कभी
दुखेगा दिल तुम्हारा सोचो ये तुम अभी
छिपा कर दिल के घाव रखो सबसे जुदा
दुनिया में मिलेगा पगपग पर नया खुदा
बातों में उनकी आकर पछताओगे तुम
सीने में खंजर घोंप के हो जायेंगे ये गुम
गुज़ारिश 'निर्जन' करता तुमसे है यही
भरोसा न करना ऐसों पर रहेगा सदा सही
छिपा कर दिल के घाव रखो सबसे जुदा
जवाब देंहटाएंदुनिया में मिलेगा पगपग पर नया खुदा
दिल के घाव छिपाना नही चाहिए हुजूर, बहुत ही सुंदर प्रस्तुती।
बहुत ही उम्दा प्रस्तुति ...!
जवाब देंहटाएंRECENT POST -: हमने कितना प्यार किया था.
बहुत उम्दा ... मस्त शेर हैं सभी ...
जवाब देंहटाएंवाकई इस का का सही हाल बयान किया है आपने। पद्य में अच्छे से ढाला है।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर.
जवाब देंहटाएंnice ,sundar shabd rachana
जवाब देंहटाएंkhwo kaha aapna
जवाब देंहटाएंwaah waah
जवाब देंहटाएंwaah waah
जवाब देंहटाएंबहुत खूब शेर अच्छे है
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