वो कहते हैं इश्क नहीं
होता पहली नज़र में
मैंने जिस से भी किया
आज भी निभा रहा हूँ
सुलगते जो दिल में
जज़्बात रहते हैं मेरे
आज लिखकर उन्हें
दिलसे बतला रहा हूँ
वो आया था नज़रों में
फिर दिल को भा गया
एक निगाह डाल कर
मुझे अपना बना गया
रंग ऐसा चढ़ा उसका
छुड़ाए छुट न सका
बाद मुददतों के भी
नाम मिट न सका
पतंगा बन कर रहा
आग में जलता रहा
बरसों 'निर्जन' यूँ ही
बस पिघलता रहा
इंतज़ार उसका मुझे
आज भी है ऐ दोस्त
उम्रभर इश्क को मेरे
जो बैठा परखता रहा
God Bless U
जवाब देंहटाएंये पागल इश्क बहुत दर्द देता है
जवाब देंहटाएंबहुत खुबसूरत...!!!इश्क़ होता ही इतना सुंदर ....
जवाब देंहटाएंअच्छा है।
जवाब देंहटाएंबहुत ही खूबसूरत ... इश्क की तरह !
जवाब देंहटाएंभावो का सुन्दर समायोजन......
जवाब देंहटाएंभावो का सुन्दर समायोजन......
जवाब देंहटाएंइश्क दर्द भी देता है
जवाब देंहटाएंइश्क सुकून भी देता है
आँखों में आँसू देता है
दिल में खुशी भी देता है ....
बहुत सुन्दर ....
बहुत खूब !
जवाब देंहटाएंसुन्दर ,अति सुन्दर !
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