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गुरुवार, जनवरी 02, 2014

नज़र उसकी











अदा उसकी
अना उसकी
अल उसकी
आब उसकी
आंच उसकी

रह गया फ़कत
अत्फ़ बाक़ी 'निर्जन'
बस वो तेरा, फिर तेरी

जान उसकी
चाह उसकी
वफ़ा उसकी
क़ल्ब उसकी
ग़ज़ल उसकी

जो कुछ बाक़ी
रहा हमदम
गोया मुस्कुराते
कर देगा

नज़र उसकी
नज़र उसकी ...

*अदा : सुन्दरता, अना : अहं, अल : कला, आब : चमक, आंच : गर्मी, अत्फ़ : प्यार, क़ल्ब : आत्मा, नज़र : समर्पण

मंगलवार, दिसंबर 31, 2013

रिश्ते















कुछ ऐसे रिश्ते होते हैं
जो दिल में बस जाते हैं
आदत बनकर रहते हैं
छूटे से छूट ना पाते हैं

ख़ुशबू बन कर जीते हैं
गुलशन जैसे महकते हैं
गुलाब से खिल जाते हैं
कांटो में साथ निभाते हैं

'निर्जन' बस ये कहता है
ऐसे रिश्तों को खो न देना
जीवन को यही सजाते हैं
वो दिल से जहाँ बनाते हैं 

गुरुवार, जनवरी 17, 2013

सफ़ेद कपड़ों वाली परी


दिल्ली की एक मस्त शाम । महरौली का इलाका । मौसम-ए-बरसात चल रहा था | माध्यम बारिश की फुहार पड़ रही थी | सारा आसमान हलके संतरी रंग से सराबोर हो रहा था | सूरज अपनी काली रॉयल एनफ़ील्ड बुलेट से उतरा और सड़क पार कर के फूटपाथ पर जाकर खड़ा हो गया | सामने वाली बिल्डिंग पर लगे शीशे की तरफ नज़रे गडा दीं | फिर इधर उधर का मुआएना करने के बाद अन्दर झाँकने लगा | अब तो उसके लिए ये रोज़ का रूटीन बन गया था | रोजाना शाम को आना और उसे उन सफ़ेद शफाक कपड़ों में नाचते हुए देखना |

बस एक वही थी जो इस भीड़ भरी दुनिया में उसकी नज़रों में समां गई थी | वही थी जिसे वो बेहद पसंद करने लगा था | जिसने उसके बेज़ार दिल को धड़कने पर मजबूर कर दिया था | जिसकी एक झलक से वो मंत्रमुग्ध हो जाता और उसके चेहरे पर एक हलकी से मुस्कराहट आ जाती थी | उसको डांस स्कूल में नाचते देखना ऐसा लगता मानो कोई मोर बारिश में थिरक रहा हो | दूसरी नर्तकियों बीच वो ऐसे लगती जैसे सूरज के इर्द गिर्द चाँद और तारे | उसका हर एक भाव और भंगिमा ऐसे प्रतीत होती थी जैसे आकाश में हवा में कोई पंख धीरे धीरे लहरा रहा हो और हिचकोले लेता इधर उधर डोल रहा हो | किरन उसके लिए आसमां थी और उसकी घरती भी | उसकी झलक पाते ही उसका दिन बन जाया करता था | उसका समस्त जीवन उस एक पल थम जाया करता था |

किरन हर लिहाज़ से बेहद खूबसूरत थी | बेहतरीन सुन्दरता | अदभुत कलापूर्ण व्यक्तित्व | ऊँचा लम्बा कद, सुडौल गठीला बदन, तीखे नयन नक्षक | लम्बे काले घने नागिन जैसे बाल | गहरी और मोहित कर देने वाली भूरी आँखें | बनानेवाले की बेजोड़ कलाकृति की मिसाल थी वो | देखने में एक दम गोरी फिरंग लगती थी पर थी सौ प्रतिशत हिन्दुस्तानी |

संभवतः वो भी अपनी ज़िन्दगी में किसी ख़ास व्यक्ति का इंतज़ार कर रही थी | और सूरज बहार खड़ा यही सोच रहा था के काश वो खुशकिस्मत इंसान वो हो |

संगीत शुरू हुआ, और उसने बड़े ही मनमोहक तरह से नाचना आरम्भ किया | डांस फ्लोर पर उसके शांतचित्त, उसकी प्रतिभा, उसके आकर्षण और उसके बला के जलवे को देख कोई भी अचंभित क्यों न हो जाये | वो दूसरी डांसर्स से एक दम अलग थी | सबसे जुदा | किरन का आत्मविश्वास, उसकी मनोहरता, उसके लुभावने अंदाज़, उसकी जिंदादिली और उसकी नैसर्गिक सुन्दरता के अभिलक्षण उसके नृत्य के हर कदम में उसके इख़्तियार की झलक दिखला रहे थे |

सूरज की आँखें लगातार उसका और उसकी हर एक गतिविधि का क्रमवीक्षण कर रही थीं | कुछ घंटों के लिए उसकी ज़िन्दगी इतनी खूबसूरत जो हो गई थी | शीशे से चिकने और चमकते डांस फ्लोर पर किरन का अक्स साफ़ नज़र आ रहा था | उसके लम्बे काले बालों की गुथी हुई चोटी और सफ़ेद ड्रेस में उसकी विशिष्टता और निखर कर आ रही थी |

सूरज उसकी तरफ नज़रे जमाये चुपचाप खड़े सोच रहा था के काश मैं इस भीड़ के बीच से रास्ता बनाकर किरन तक पहुँच सकता | और उसका हाथ थाम कर उसके साथ कुछ पल बिता सकता । तभी अचानक से संगीत बजना बंद हो गया | डांस खत्म हो गया था | किरन धीरे से आगे बढ़ी तौलिया उठा कर पसीना पोंछती हुई डांस फ्लोर पार कर के सीधा मुख्य द्वार पर आकर रुक गई | उसके रुकते ही ऐसा लगा मानो बसंत आ गया हो | उसने हाथ बढाकर दरवाज़े का हैंडल पकड़कर दरवाज़ा खोला | हाथ आगे बढाकर हथेली बहार निकाल कर देखा | बारिश अभी भी बरस रही थी | सूरज मन्त्र मुग्ध खड़ा उसकी ओर तंकता रहा | अचानक उससे लगा की उसकी नज़रें सीधा उसे ही देख रही हैं | दिल रेल के इंजन सा भक भक करने लगा | पैर जड़ हो गए । होश के होते उड़ गए । गला खुश्क हो गया । तलवों तले ज़मीन खिसक गई | सोचने लगा के अपने एहसास उसके सामने कैसे बयाँ करूँगा ?

तभी फिर से संगीत बजना शुरू हो गया और जो लोग अन्दर थे वो एक बार फिर से शुरू हो गए | किरन ने उसकी तरफ़ मुड़कर देखा और पास आकर बोली

"आप मेरे साथ डांस नहीं करेंगे ?"

सूरज शुतुरमुर्ग की तरह खड़ा भौंचक्का सा किरन की आँखों में देखता रह गया | उसके संगुप्त शब्द उसके दिल की गहराईयों में ही दबे रह गए |

"जिसकी रमणीयता, मनमोहक और अतुलनीय थी और जिसके आज तक वो सपने ही देखा करता था, उसके साथ नाचना, अत्यंत आनंदप्रद और सम्मान की बात थी |"

धीरे से लड़खड़ाती जुबान से शब्द बहार आये | अब तक जो सिर्फ सोच रहा था आज वो बोल दिया गया था | किरन सर झुकाकर मुस्कराई और चमकदर चेहरा लाल हो गया | सूरज घुटनों पर बैठ गया, सर झुका कर धीरे से हाथ आगे बढ़ा दिया | फिर दोनों बारिश में साथ नाचने लगे |

वो सोच रहा था के ये सच नहीं हो सकता | जो भी हो रहा है एक सपना है | पर सच वही था के ये लम्हा उसके जीवन में आ गया था, वो उस लम्हे को जी रहा था | वो नहीं चाहता था के ये खत्म हो | ये साथ कभी न छूटे | ये डांस यूँ ही चलता रहे | उसे अब किसी और चीज़ की कोई परवाह नहीं थी |

बारिश की बूंदों का संगीत सुना जा सकता था | रिमझिम बूँदें धरती पर गिरकर जलतरंग बजा रही थीं | जैसे जैसे बारिश तेज़ हो रही थी वैसे वैसे उनके नाच की लय भी बढ़ रही थी | उसने आगे बढ़कर धीरे से अपने गालों को सूरज के गालों के पास लाकर कान में कुछ फुसफुसाया | उसके सुन्दर चेहरे पर कृतज्ञता और करुणा से भरे भाव थे |

वो दोनों पुर्णतः जीवंत थे, परिपूर्ण थे और आनन्दित थे | चाँद मुंह झुकाए उसके काले बालों की भीगी लटों को निहार रहा था | बरसात का पानी भी उनके क़दमों की हरकतों को पहचान रहा था | बारिश के पानी में और उस पर पड़ते उसके क़दमों में तालमेल था | उसके पैरों से पानी की छपछपाहट भी छनछनाहट सी सुनाई दे रही थी | उसकी पैनी नज़रों में गज़ब की चमक थी और फिर वो ख़ुशी के मारे जोर से हंस पड़ी |

उसकी हंसी से चाँद की चमक और ज्यादा बढ़ गई | उसके सफ़ेद कपडे पूरी तरह से भीग चुके थे | भीगने के बावजूद भी वो पीछे हटने का नाम नहीं ले रही थी | बेपरवाह बस नाचती रही और सूरज उसका साथ देता गया | फिर वो थोडा पीछे हटी और स्वछंद पंछी की भांति उड़ने लग गई | सूरज की नज़रें हर जगह उसका पीछा कर रहीं थीं इस डर से के कहीं उसका ये सपना टूट न जाए | तभी अचानक वो रुकी, सूरज की ओर मुड़ी और सामने आकर खड़ी हो गई |

उसकी सासें तेज़ बहुत तेज़ चल रही थी | ऐसी आवाज़ लग रही थी जैसे इंजन की चिमनी से धुआं निकल रहा हो | उसके चेहरे पर विश्वास था | नज़रों में निश्चल प्यार था | और दोनों के दिल ख़ुशी के मारे जोर जोर के धड़क रहे थे |

"इतनी देर क्यों लगाई?" उसने धीरे से मुस्कराते हुए पुछा

"माफ़ कीजिये" सूरज ने असमंजस भरे स्वर में जवाब दिया

उसने मोतियों जैसी आँखें मूँद लीं | लम्बा सा सांस लिया | आगे बढ़ी और सूरज के गालों को चूम लिया | उसके होटों का स्पर्श किसी कोमल कलि की भांति नाज़ुक था | फिर उसने सूरज को गले लगा लिया और दोनों कुछ देर के लिए कहीं खो गए |

"मुझे और कितनी देर तुम्हारे डांस के लिए पूछने का इंतज़ार करना चाहियें था?" वो फुसफुसाई

सूरज ने अपना जैकेट उतरा और उसे पहना दिया के कहीं बारिश में उसे ठण्ड न लग जाये | फिर धीरे से उसके माथे को चूमा और उसे गले से लगा लिया | प्यार से उसकी कमर पर हाथ फेरा और फिर उसकी गीली लटों को उँगलियों से सुलझाने लगा |

"मैं मरते दम तक तुम्हारा इंतज़ार करता" सूरज ने जवाब दिया

माहौल में शांति और सुकून का वातावरण बन गया | अब सारी सच्चाई साफ़ हो चुकी थी | दोनो एक दुसरे के चेहरों पर अनुराग के भावों को पढ़ चुके थे | दोनों की आत्माएं एक हो चुकी थीं | दोनों वहीँ खड़े भीगते रहे | दोनों सोच रहे थे, के वो एक दुसरे को हद्द से ज्यादा चाहते हैं और हमेशा चाहते रहेंगे |

यकायक बिजली कौंधी | सन्नाटे की चुप्पी टूट गई | दोनों को एहसास हो गया था, दोनों ही एक दूसरे के कहने का इंतज़ार कर रहे थे |

सूरज ने किरन का हाथ थामा और कहा, "चलें?"

"हाँ", उसने जवाब दिया

और इस तरह सूरज को अपनी सफ़ेद कपड़ों वाली परी, अपने सपनो की रानी मिल गई और दोनों अपनी नई दुनिया की तरफ बढ़ चले |

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इस ब्लॉग पर लिखी कहानियों के सभी पात्र, सभी वर्ण, सभी घटनाएँ, स्थान आदि पूर्णतः काल्पनिक हैं | किसी भी व्यक्ति जीवित या मृत या किसी भी घटना या जगह की समानता विशुद्ध रूप से अनुकूल है |

All the characters, incidents and places in this blog stories are totally fictitious. Resemblance to any person living or dead or any incident or place is purely coincidental.

रविवार, जनवरी 13, 2013

खुशियाँ

खुशियाँ एक शब्द - बस शब्द ही रह गया था मेरे लिए -
इसका मतलब और इसकी परिभाषा मैं भूल चूका था

कभी यादों के किसी कोने में झाँक कर देखूं
तो याद पड़ता है के शायद इस शब्द के मायने
मेरे लिए क्या हुआ करते थे ;
चॉकलेट, साहसी खेल कूद, तैराकी, जिमख़ाना, सबसे मिलना जुलना, बातें करना, खिलखिलाना, गाना बजाना, नाचना और अच्छा खाना

फिर एक दिन अचानक कुछ ऐसा हुआ
मेरा बचपन, उमीदें और खुशियाँ सब टुकड़ों में चूर चूर हो गईं
और बाकि बचा मेरे पास कुछ बिखरी, विदीर्ण, लुप्त, टूटी फूटी यादें
एक नकली हंसी और एक मुखौटा जो चेहरे पर लगाये मैं घुमने लग गया 

उस दिन से मैं अन्दर से मर गया था
अपरिवर्तनीय रूप से हमेशा के लिए बदल गया था
और मुझे पता नहीं था के मैं कभी इस ख़ुशी के मीठे स्वाद को कभी फिर से चख पाउँगा

अचानक फिर
एक दिन
एक  इंसान मिला
उससे मिलकर मानो जैसे
एक अपनेपन का एहसास हुआ
एक लगाव, एक आस
एक उम्मीद जगी 

मुलाकातें बढीं
सोहबत का असर हुआ
सोच में सुधर होना शुरू हो गया
हालत में सुधार होना शुरू हुआ है
मिलकर ख़ुशी का एहसास जागने लगा
आज की मुलाकात के बाद से
अपने आप से प्यार करना शुरू किया है
चेहरे पर मुस्कान छलकने लगी है
ज़िन्दगी फिर से चहकने लगी है
अरमान महकने लगे हैं

अग्रगमन थोडा सख्त और मुश्किल है
पर मैं कर रहा हूँ
कोशिश जारी है
शनै शनै
लौटने लग गया हूँ
उसी मोड़ पर
जहाँ ज़िन्दगी छूट गई थी
फिर से उसका हाथ थमने
और अपने नए व्यक्तित्व से
उसका तार्रुफ़ करवाने

ख़ुशी का आगमन हो रहा है
नई नवेली दुल्हन की भांति
अलता लगाये जीवन में
धीरे धीरे कदम बढ़ा कर
प्रवेश कर रही हैं और उसके साथ
सकारात्मक सोच और ओज
का स्रोत भी मिल चुका है

सहर्ष और आदरपूर्वक
स्नेहपूर्वक और ससम्मान
सादर सत्कारपूर्वक
कोटि कोटि धन्यवाद है
भाई आपका 

बस इतना कहूँगा के -

जब तुमसे से हो गई बंदगी
खुशियों से भर गई ज़िन्दगी
मिट जाएगी  मांदगी
ख़त्म समझो शर्मिंदगी
अब नई होगी छंदगी
अब नई होगी छंदगी...

रविवार, जनवरी 06, 2013

पुत्र मोह या मोक्ष मोह

हे पुत्र तुम्हारे कंदन में
शायद
किसी के
सहारे की
या
किसी को
कर्त्तव्य एहसास
करने की
शक्ति थी
तभी तो
मैं
अपनी समृद्धि
के बाद भी
न भूल
पायी
वो आँखें
वो सपना
वो घर
जिसका खोजना
शायद
भगवन के
लिए भी
मुश्किल था
जहाँ
सूरज को भी
आते जाते
शाम हो जाती है
पर उस
उत्तम घर का
स्वामी एक
रत्न है
जिसकी चमक शायद
सूरज से
ज्यादा भी
तभी तो, मैं
अनजाने
परिवेश में
उस को पा गई
तुम्हारे कंदन में
मेरे हृदय की धड़कन
मानो खुद भी
कंदन करने
लगती है
आँखे पथराई सी
धड़कन को
देखना चाहती हैं
सुनना चाहती हैं
पर पुत्र वो
चाहती हैं, अपना
छोड़ा हुआ, वो
सलोना सा मुखड़ा
जिसमें मेरे
दोनों जहाँ थे
अब अपने
कंदन को
कर्म बना डालो
दे दो मुक्ति
मेरे ह्रदय की
धड़कन को
जो शरीर के
रहते भी
उसको विचलित
किये रखती है
मन मस्तिष्क को
मैं तुम्हें
अपार स्नेह स्वरुप
उपहार में देती हूँ
क्योंकि ये शरीर
तुम्हारी ममतामयी का नहीं है

बुधवार, जनवरी 02, 2013

नव वर्ष की शुभकामनायें


नया साल

मतलब

नयी आकंशायें
उन सभी चीज़ों के लिए
जिनकी मैंने कामना की है
और जो मुझे चाहियें

अपने हर सपने
अपनी हर सुखद धारणा
को बिना डरे प्रवाहित करना

ज़िन्दगी को एक बार फिर से
नयी उमंगों से भर कर
जीने का मौका देना

उन सभी गलतियों को
फिर से न दोहराना
जो मैंने अपने जीवन के
अब तक के अनुभवों से
सीखी हैं

अपने समाज को
सुरक्षित महसूस करवाना
और किसी भी अनहोनी का
मिलकर सामना करना

थोडा और बुद्धिमान
थोडा और सुदृढ़
बनकर जीवन के
नए पथ पर चलना

नव वर्ष
आरम्भ हो चुका है
अब समय है
पीछे मुड़कर न देखने का
केवल आगे देखकर
विजय पथ पर बढ़ने का
इस सोच के साथ के
ये साल मेरी ज़िन्दगी में
सर्वश्रेष्ठ समय लेकर आएगा

मेरी ओर से
मेरे सब मित्रगण
मेरे सभी शत्रुगण
मेरे सभी सहयोगी
मेरे सभी असहयोगी
मेरे सभी परिचित
मेरे सभी अपरिचित
मेरे सभी ज्ञानियों
मेरे सभी अज्ञानीयों
मेरे सभी चाहनेवाले
मेरे सभी नाचाहनेवाले
मेरे सभी देशवासियों
मेरे सभी विदेशवासियों
को नव वर्ष की
शुभकामनायें

आप सभी का नया साल मंगलमय हो ...!

मंगलवार, दिसंबर 18, 2012

आंसू

ए जिंदगी 
थोड़े आंसू
और उधर दे दे 
जिससे मैं
अपने आप पर 
या अपने जीवन की 
भाग्य विडंबना 
पर जी भर 
रो तो सकूँ 
ए जिंदगी 
मुझे जीवन नहीं 
प्यार चाहियें 

गुरुवार, दिसंबर 06, 2012

In My Dreams

I hear her whispers in my ears in my dreams
I hear her murmuring my name when i love her in my dreams
I hear her moans and groans in my dreams
I hear her saying make love to me in my dreams
I hear her telling me that i am the only one for her in my dreams
I hear her everyday and i love it so much

I see her falling into my arms in my dreams
I see her glowing face lightning up my darkness in my dreams
I see her fighting my problems in my dreams
I see her wiping off my tears in my dreams
I see her facing my fears in my dreams
I see her everyday and i love it so much

I smell her body fragrance, as i hold her in my dreams
I smell her hair conditioner, as i hug her in my dreams
I smell her mouthwash, as i kiss her in my dreams
I smell her excitement, as she cuddle in me in my dreams
I smell her aroma, as she looses herself in my arms in my dreams
I smell her everyday and i love it so much

I feel her fingers in my hair in my dreams
I feel her hot breath on my neck in my dreams
I feel her body pressed so close to mine in my dreams
I feel her lips on my throat in my dreams
I feel her hands move on my body in my dreams
I feel her everyday and i love it so much

I taste her lips in my dreams
I taste her tongue in my dreams
I taste her moistness in my dreams
I taste her salts in my dreams
I taste her love, passion and kisses in my dreams
I taste her everyday and i love it so much

I hear her in my dreams
I see her in my dreams
I smell her in my dreams
I feel her in my dreams
I taste her in my dreams
I do all this everyday and i love it so much

I am finally with her
She is finally with me
I love this so much
I love her all my life
Till i die, Till i die.

मंगलवार, नवंबर 27, 2012

मुझे नफरत है के मैं तुम्हे प्यार करता हूँ...

मुझे नफरत है के तुम
मेरे हर ख्याल में रहती हो
मेरी सुबह तुम्हारे साथ होती है
मैं सोता हूँ तुम्हारी हंसी को सोच कर

मुझे नफरत है के मैं
तुम्हे इतना पसंद करता हूँ
तुम्हारी सुन्दर आँखें
तुम्हारे नमकीन होटों
को चखने के लिए
मैं तरसता हूँ

मुझे नफरत है
जिस तरह से तुम मुझे
महसूस करने को मजबूर करती हो
जैसे मुझे तुम्हारी ज़रूरत है
जीवित रहने के लिए
जैसे तुम्हारे बिना सांस लेना
अत्यंत कष्ट दायक है

मुझे नफरत है के मैं
तडपता हूँ तुम्हारे लिए
मुझे तृष्णा है तुम्हारे स्पर्श की
हर लम्हा
हर दिन

मुझे नफरत है
जिस तरह से मैं तुम्हे
चाहता हूँ
अपने अधम ह्रदय
के हर एक धडकन के साथ
तुम्हे चाहना
मुझे जीवित रखता है
फिर भी अकेला रखता है मुझे....

मंगलवार, नवंबर 20, 2012

सर्दियों का आगाज़

बहकता हुआ मौसम
कोहरे की रात
माज़ी का वक्त
कुछ भूली बिसरी याद
वो पुकारती आँखें
वो शरारत भरा साथ
मुझे याद है अब भी उन
सर्दियों का आगाज़...

रविवार, नवंबर 18, 2012

What do you want ?

She once asked me
What do you want?


Today i found the answer
...What do I want?

I want to hug you

I want to kiss you
I want to miss you
I want to love you
Like you say you love me.

I want to please you,
as I am a beauty pleaser.
How could I possibly say no?
You're here in my thoughts,
hurting & fighting with your life.

I don't know who I am -
God knows who I am.
If only he could reign his truth
upon my soul.

If only, then I could tell you
what I truly want.

बुधवार, अक्तूबर 31, 2012

A Thought

I unbutton you, kiss by kiss.
I untie you, touch by touch.
I unzip you, rib by rib.

- I unfasten you, moment by moment.

Hopeless Romantic

You are watching,
A Romantic movie.

You always knows the kind,
Boy meets Girl,
Girl meets Boy,
Both fall for each other,
Sing around trees,
On daily transport,
Pass all difficulties,
Token break up,
Heart-warming reunion.

The warm, fuzzy feeling
Prevades for hours,
Until you actually feel and think
That.

Actually Love,
Is NEVER like that,
Atleast Not in real life,
It's stylized,
Larger than life,
Obviously a work of fiction,
The cross country road trip,
Would never lead to her
In the end.

You won't bump into each other,
You won't get on the same bus,
You won't get in the same auto,
You won't live in the same colony,
You won't sing and dance on the same road,
You won't repeat the same dialogues in life.

But, then you still sit on your,
Bed, Chair, Sofa or,
In a Theatre,
All Alone,
Wishing,
Hoping,
That it would happen,
To you someday.

-------------------------------------------------------

You are watching,
A Romantic movie.

You always knows the kind,
Boy meets Girl,
Girl meets Boy,
Both fall for each other,
Sing around trees,
On daily transport,
Pass all difficulties,
Token break up,
Heart-warming reunion.

The warm, fuzzy feeling,
Prevades for hours,
Until you actually feel,
And think That.

You snuggle up to your,
Girlfriend, Boyfriend,
Partner or whatever,
And see it’s obviously a work,
Of fiction.

However,
You don’t care.

You share an ‘awwww’ moment,
Maybe a kiss or two,
And then start thinking,
About something else too.

Because you don’t see them,
Wishing it was you.

You look at them,
And see yourself,
And your love.

Because it has happened to you
To a certain extent.


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You wonder,
Whether these thoughts
Are True,
Whether your 'red italics'
Wishes were correct.

Whether your theory,
will be proved,
Or disproved,
In spectacular style.

Does love in the movies,
Exist,
In the minds of the lovers?

Or is it still just,
A Hopeful Dream,
Of a Hopeless Romantic?

शुक्रवार, अक्तूबर 05, 2012

मुझे

मुझे हर ज़ख्म को मुस्कान से सीना नहीं आया
मैं मरना चाहता था पर मुझे जीना नहीं आया
मेरी और तेरी जिंदगी में बस फर्क इतना है
मुझे कहना नहीं आया तुझे सुनना नहीं आया...

समझा रहा हूँ तुझे

मेरा जज्बाती तजुर्बा है बतला रहा हूँ तुझे
वो जो दिल खो गया था जब, अब दिखला रहा हूँ तुझे
बिछड के अब, दोनों से जिया जाये कैसे ?
जो कभी खुद ही न समझा, क्यों समझा रहा हूँ तुझे ??

मंगलवार, अक्तूबर 02, 2012

अभी भी संभल जा ऐ दिल मेरे

अभी भी संभल जा ऐ दिल मेरे
उसको याद न कर जिसने आना नहीं
उसके आने की तू आस न कर
तेरा दर्द जिसने मिटाना नहीं
थपेड़े खा न तू उन तूफानों के
दिल में प्यार जिन्होंने जगाना नहीं
न कर बर्बाद इन्तेज़ार के पलों को अपने
उसने तेरे दिल का कुंडा खडकाना नहीं
जिसे याद करता है ये मेरा दिल
उसने कभी पास आना नहीं
अभी भी संभल जा ऐ दिल मेरे...

अंजाम

मेरे सर पर मुहब्बत करने का इलज़ाम होता है
भरी दुनिया में मेरा इश्क ही बदनाम होता है
मेरे दिल में तेरी यादों का एक दीवान होता है
ज़माने भर में मेरा चर्चा बस अब आम होता है
बा-इज्ज़त मेरा मारना भी न बर्दाश्त होता है
जो मुझको प्यार करता है वही सरनाम होता है
मुहब्बत ये सोच कर की थी के जीतूंगा मैं बाज़ी पर
मुझे खुद को नहीं मालूम क्यों दिल नाकाम होता है
जिंदगी दिन-बा-दिन मेरी बिगड़ती जा रही है पर
तेरे से बात करके दिन में कुछ आराम होता है
भरोसा था मुझे जिनपर धोखा दे गए वो ही
अब विश्वास का मेरे यही अंजाम होता है ...

Deep down in my heart I'm still dying to give

There once was a day I dying to live
That same day I was dying to breathe
Deep down in my heart I'm still dying to give
In that same way I'd die to receive

There are many things that we'd like to possess
But that one thing we all want is love
Everyone has that someone they'd love to impress
And I've learned that love comes with a shove

It takes you by surprise and explodes upon impact
Then it blasts you straight off to cloud nine
That thing you once doubted you accept as a fact
In your world all the stars will align

And this warm vibrant feeling you're dying to find
Now you search for that key to your heart
You don't know where to look and you're feeling so blind
Maybe they've been quite close from the start

We're all dying to have that one person to hold
That one star to come down from the sky
You've been searching for something more precious then gold
Maybe that one true love is nearby

Do I Love You ?

When I’m not talking to you,
I’m thinking of you.

When you’re away,
I’m hurting inside for you.

Heart sinking,
Belly aching,
Mind numbing,
Hurt for you.

Do I miss you ?


When I’m talking to you,
I’m thinking of us.

When you’re with me I come alive.

Heart beating,
Belly flying,
Mind racing,
Alive for you.

Do I love you?

गुरुवार, अगस्त 30, 2012

What is Love?


What is love I ask, for I'm not sure if you know,
Love to me is something beautiful, but its very difficult to show.
What is love if not a clichè between two people?
Do you really love them as you say you do?
What if you're up there, on the steeple?

You tell them you love them,
But you say that to everyone.
You tell me the same,
But I know you're a lying dame.

Do you give a care,
To those who would even dare?
Dare to love you each and every day,
As I would, even when I lay?

The difference between you and I,
Is that I simply don't lie.
I know who I love and that is truth,
So here is your chance, to be a genuine sleuth.

Does your heart flutter when they step into the room?
Do you feel as if you have to talk to them?
Is the urge strong enough to make you swoon?
Do you think about them each and every day?
Do they make you feel special in every possible way?

When you tell them you love them do you really mean it?
Do you tell them so much they actually conceive it?
What happens when they tell you they love you too?
What do you think, you might do?

Would you hold them close and whisper quietly,
Would they return the embrace?
Do you kiss them lightly?
Which makes me realize I've picked on you,
Only asking about how you feel, which makes me wonder... Do they really love you too?

Do they kiss you gently and hold you dear,
Do they promise they'll always be near?
Will they trust and adore you until the end?
How many moments with you will they decide to spend?

How do they show how they've been blessed,
Do they cup your face, despite your protest?
Do they smile when they see you looking at their face,
Do they make the effort for the two of you to stay, in the same place?

Do they get the shivers when you kiss their cheek,
Would they give you the same thing, even if you hadn't seen each other in weeks?
Can they give you what I can without hurting you like a miserable wretch?
What can they do but hurt you, and make your heart rench?

So I ask you again, what is love? And who disserves yours?