ज़िन्दगी में मुश्किलों से होगा परिचय
मुसीबतों के गुलों से होगा सामना
ऐसे में जीवन को कोसने से क्या लाभ
क्षण ऐसे व्यर्थ ना ज़ाया कर 'निर्जन'
ले शपथ कर सामना देखे दुनिया
ज़िन्दगी में हर मोड़ हर पल हर पहर
छूटेगा किसी का साथ बिछड़ेगा कोई
पल पल बदलता रहेगा सफ़र ऐसे ही
पथ ऐसे व्यर्थ ना ज़ाया कर जीवन का
ले शपथ कर सामना देखे दुनिया
ज़िदगी में अँधेरे आयेंगे दुःख छाएंगे
दर्द के बदल आंसू बन बरस जायेंगे
टूटेगी आस तब सांस भी थम जाएगी
हिम्मत व्यर्थ ना ज़ाया कर जीवन की
ले शपथ कर सामना देखे दुनिया
रोज़ पतझड़ आयेंगे सूखेंगे हौसलें
सींच अपने खून से पायेगा मंजिलें
सांस जब तक रहे बना नए घोंसले
शक्ति व्यर्थ ना ज़ाया कर जीवन की
ले शपथ कर सामना देखे दुनिया
ले शपथ कर सामना देखे दुनिया...
बहुत सुन्दर प्रस्तुति !
जवाब देंहटाएंNew post: किस्मत कहे या ........
बहुत सुंदर रचना !
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर अभिव्यक्ति...!
जवाब देंहटाएंRECENT POST - आँसुओं की कीमत.
बहुत अच्छा अनुभव। कि हल पर हर पहर हर समय कोई न कोई कहीं न कहीं बिछड़ता है।
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जवाब देंहटाएंब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन सांसद बनना हो तो पहले पहलवानी करो - ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
एक प्रेरक गीत!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर .........
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