क्या जवाब दूं तेरे सवाल का
मैं तो खुद ही सवाल बन गया
हर वक़्त पूछता खुद से हूँ
क्या मैं वोह रहा ? जो मैं था भला
क्या जवाब दूं तेरे सवाल का ?
तेरी नज़रों में रहा वही सदा
एक दोस्त, दिलबर या एक हमनवा
मेरी नजरों में, मैं हूँ क्या भला ?
यह तो मुझ कोई भी अब नहीं पता
क्या जवाब दूं तेरे सवाल का ?
तेरी इनायतों का शुक्रिया
जो इंसान मुझको समझ लिया
क्यों मुझ से दिल लगाके यूं
ज़िन्दगी जलाये है तू
क्या जवाब दूं तेरे सवाल का ?