शुक्रवार, जनवरी 02, 2015

यार खरा है















बीत गया है गुज़रा साल
नए साल में शुरू धमाल
दिन पहला ही रहा कमाल
साथ तुम्हारा है बेमिसाल

दिल अपना है रखा संभाल
दीवाने का पूछो ना हाल
तुम से जीवन हुआ निहाल
तुझ बिन जीना लगे मुहाल

लम्बा है यह जीवन काल
मेल मिलाए ताल से ताल
कर ज़िन्दगी में मुझे बहाल
यारी अपनी बने मिसाल

उठे नहीं अब कोई सवाल
मन में ना रहे कोई मलाल
ख़ुशी बरसाएगा ये साल
मस्तानी है अपनी चाल

'निर्जन' तू दे दर्द निकाल
प्यार से हो गया मालामाल
अब यार खरा है तेरे नाल
मौज मना लगा सुर ताल

--- तुषार राज रस्तोगी ---

5 टिप्‍पणियां:

  1. अब समझा 'ल' शब्द का मतलब। यार खरा है ... सुन्दर और बेहतरीन रचना। आपको सपरिवार नववर्ष 2015 की हार्दिक शुभकामनाएँ। सादर ... अभिनन्दन।।

    नई कड़ियाँ :- इंटरनेट और हमारी हिन्दी

    दिसम्बर माह के महत्वपूर्ण दिवस और तिथियाँ

    जवाब देंहटाएं
  2. नयी दोस्ती नये इरादे देखो कब तक साथ चलेंगे ,सुन्दर रचना

    जवाब देंहटाएं
  3. सुंदर अभिव्यक्ति..बधाई. लिखते रहिये.

    जवाब देंहटाएं
  4. Very very nice one. I just love reading your articles. They are perfect. Will be waiting for the next one. Thank u for the share.

    जवाब देंहटाएं

कृपया किसी प्रकार का विज्ञापन टिप्पणी मे न दें। किसी प्रकार की आक्रामक, भड़काऊ, अशिष्ट और अपमानजनक भाषा निषिद्ध है | ऐसी टिप्पणीयां और टिप्पणीयां करने वाले लोगों को डिलीट और ब्लाक कर दिया जायेगा | कृपया अपनी गरिमा स्वयं बनाये रखें | कमेन्ट मोडरेशन सक्षम है। अतः आपकी टिप्पणी यहाँ दिखने मे थोड़ा समय लग सकता है ।

Please do not advertise in comment box. Offensive, provocative, impolite, uncivil, rude, vulgar, barbarous, unmannered and abusive language is prohibited. Such comments and people posting such comments will be deleted and blocked. Kindly maintain your dignity yourself. Comment Moderation is Active. So it may take some time for your comment to appear here.