मंगलवार, नवंबर 20, 2012

दुकान तो सजेगी ही

एक और शाम स्वाह हुई
दिल को फिर से गम् हुआ
एक नया दिन फिर आ गया
हर रोज की तरह
इन्तेज़ार जिसका था
वो नहीं आया
हमेशा की तरह
नए दिन में
फिर से सज गई
कुछ उम्मीदों और अरमानो की दुकान
अब और क्या कहूँ
उसूल है कारोबार का
कोई आये या न आये
दुकान तो सजेगी ही
दुकान तो सजेगी ही...

रविवार, नवंबर 18, 2012

What do you want ?

She once asked me
What do you want?


Today i found the answer
...What do I want?

I want to hug you

I want to kiss you
I want to miss you
I want to love you
Like you say you love me.

I want to please you,
as I am a beauty pleaser.
How could I possibly say no?
You're here in my thoughts,
hurting & fighting with your life.

I don't know who I am -
God knows who I am.
If only he could reign his truth
upon my soul.

If only, then I could tell you
what I truly want.

He Said...

Maybe it won't go away, he said.
Maybe it won't end.
Maybe you'll go on out your life;
Maybe you'll always wonder.

You can't just shake it off, he said.
You can't make yourself forget.
You can't shut down your heart;
You can't by yourself, he said.

One day you'll be grown, he said.
One day you'll look back.
One day it might make sense;
Some days it still won't.

Make a choice, he said.
Make it count.
Make yourself better.
Make her a ghost of the past.

But what if, I said,
But what if I can't?
But what if I cry?
But what if I die?

He said, look to God.
He said, look to me.
He said a lot of things
That he didn't really mean.

शुक्रवार, नवंबर 16, 2012

I Have Learnt...

I have learnt,
I Came alone and i have to go Alone.

I have learnt,
Some People are with you only
When they Need you, Not Otherwise.

I have learnt,
If you Care for Someone too much
you will be Hurt and Ultimately Blamed.

I have learnt,
There is always a reason to love someone
Some love for good and some were made to love for good.

I have learnt,
Mother is the best friend in this world
No one can replace her even if someone says he/she loves you.

ULTIMATELY,
I have learnt,
Love Someone but not so much that
you forget to Keep some Love for yourself...

रविवार, नवंबर 04, 2012

जिंदगी

दों कानो के बीच की दूरी है जिंदगी
एक अनसुना गाना भी है जिंदगी
एक अनछुई इबारत है जिंदगी
बर्फ में खिलती हरी घास है जिंदगी
आतिश-ए-इश्क ही तो है जिंदगी
हाथ से फिसलती रेत है जिंदगी
खुदही पर हँसती मसखरी है जिंदगी
खुदा की लिखी कविता है जिंदगी
ठण्ड रातों की कपकपी है जिंदगी
कहता है 'निर्जन' मुस्करा के जी लो जिंदगी
क्योंकि खुशनुमा ही नहीं मौत भी है जिंदगी....

गुरुवार, नवंबर 01, 2012

जीवन का सच

क्या हमारे पास कोई वजह है अपना जीवन जीने की ?
ये सवाल मैं अक्सर सोचता हूँ
क्या बहार दुनिया में कोई ऊँची शक्ति है ?
कोई बड़ा काम है ? जो मेरे लिए हो
पर सच कुछ को नहीं बहुतों को चोट देगा
लोगों को सच से सामना करने में दिक्कत होती है
जिंदगी में उससे बड़ा कोई नहीं है
वो जो हमेशा हम पर नज़र रखता है
वो वही है जो हमें हमारे पीछे से देखता है
उसका सामना करो, रोना धोना छोडकर
अपनी राह खुद बनाओ
अपनी जिंदगी के लम्हों को खुद संतुलित करो
अपनी जिंदगी जीने के जिम्मेदार हम खुद हैं
यह किसी और की गलती नहीं है
जब हमें वो नहीं मिलता जो हम चाहते हैं
अगर किसी को सितारों की चाह है
तो उससे उन सितारों को अपने हाथों से ही तोडना होगा
जिंदगी में कुछ भी मुफ्त में नहीं मिलता
जीवन का हमसे कुछ भी देने का कोई वादा नहीं है

सवाल अब भी वही है, हम यहाँ क्यों हैं ?
जिन्हें विश्वास नहीं है, श्रद्धा नहीं है
उनके लिए जवाब बहुत ही दर्दनाक और साफ़ है
हम आज में जीते हैं और अगर हम भाग्यवान हैं
तो एक अच्छा कल भी होगा
हमारे लिए कोई परवर्ती जीवन नहीं है
जो कभी कोई दुःख लेकर न आये
तो सबसे अच्छा तरीका है खुद को सुधारना
भीतर से भी और बहार से भी, अभी और इसी वक्त
हमारा रवैया हमेशा नकारात्मक होता है
अपने श्रेष्ठ होने की मिथ्या धारणा को लेकर
पर असल व्यक्ति वही होता है जो जिंदगी के हर मोड पर
अपने आप को उसके अनुसार ढालता रहे
अपनी आत्मा को संतुलित किये बिना
कोई भी व्यक्ति पूर्ण रूप से इंसान नहीं बन सकता

ज्ञानी के लिए ज्ञान, और
इस एक चीज़ के लिए हमें प्रयास्रित रहना है
नजरिया कभी अंधा भी होता है
यथार्थ में क्या है हमें वो देखना है
हमारा अतीत हमें ज्ञान देता है
अगर हम अपनी आँखें खोल कर देख लें तो
पर दुःख की बात यह है के ज़्यादातर लोग
झूठ और बनावट के जाल में फंसे रहते हैं
आत्म ज्ञान की प्रगति अवलोकन से होती है
और दूरदर्शिता उसकी कुंजी है
दृष्टि हमें सत्य परखने की क़ाबलियत देती है
पर कुछ ही होते हैं जो उसका सामना कर पाते हैं
बाकि उसका सामना कर ही नहीं पाते
हम में से जो इस सत्य की रह पर चल सकते हैं
उनके लिए अनेक दरवाज़े खुले हैं
भविष्य में उनका जीवन प्रकाशमय होगा
हम परिपूर्णता के लिए प्रयास करते हैं
तब जाके हमें बेहतर जीवन प्राप्त होता है

ताकत जीवन का एक और अभिप्राय है जो हम खोजते हैं
कमज़ोर को जीवन कुछ नहीं देता
यदि जीवन में बड़ा बनना है तो ताकतवर भी होना होगा
अहंकाररहित व्यक्ति विरासत में कुछ नहीं लाता
उसका शाशनकाल बहुत छोटा होता है
दुर्भाग्यवश यदि ताकत से विकृति उत्पन्न होती है
तो उसे खत्म कर देना होगा
कमज़ोर दिमाग के लिए ताकत अर्थहीन है
अपितु उसके लिए वो मज़े का पर्याय है
सामर्थ्यवान संभवतः कठोर परिश्रम करे परन्तु
ईमानदारी से कहूँ तो वोह कभी सही नहीं हो पाता
परन्तु सत्य यह भी है के इतिहास
लड़ाई में जीतने वाले के कारण ही लिखा जाता है
हालाँकि वो बुरा भी हो सकता है
किन्तु शक्ति बेहतरीन ढंग से सबसे महत्वपूर्ण औजार है
आत्मसुधार के पथ पर अनेकों बेवकूफों से सामना होगा
बहुत से ऐसे लोग हैं जो सच का सामना नहीं कर सकते
वो कोशिश करेंगे क्षति पहुचाने की
या फिर इस स्रोत को खत्म करने की
पर यदि आप ताकतवर है और विवेकपूर्ण हैं
तो आपको डगर से कोई नहीं डिगा सकता

आत्मसुधार चाहे सबसे मुख्य है किन्तु जीवन की एक और कुंजी है
प्रजनन जीवन की स्वाभाविक और सहज प्रवृत्ति है
आपके लिए भी और मेरे लिए भी
सच कहें तो, मृत्युपर्यन्त जीवन जीने का एक ही पथ है
और वो है प्रजनन, आपके जीवन की रचना होना अर्थात अंडे का बनना
बच्चे जीवन की अत्यंत सुन्दर रचना हैं
वो जीवन की शक्ति हैं, वो आपको जीवन जीना सिखाते हैं
बच्चों के साथ आपको एहसास होता है के आप सही मायनो में जीवित हैं
वे आपके जीवन की दुर्व्यवस्था और अन्धव्यवस्था को प्रकाश देते हैं
और जीवन पथ पर आपको अभिप्रेरणा प्रदान करते हैं
बिना बच्चों के व्यक्ति कभी भी पूर्ण नहीं कहला सकता
मेरा ऐसा मानना है के उनके जीवन में
एक अत्यावश्यक अंश का अभाव होता है
वो एक विशिष्ट व्यक्ति, जिसके लिए आप जीवन में
हर एक किरदार को जीते हैं
उस एक खालीपन को एक नन्हे से फ़रिश्ते के सिवा कोई पूरा नहीं कर सकता
जिंदगी ने हमें यह शक्ति दी है
के हम जीवन का सृजन करें
वो जीवन जिसके चेहरे में जादू है
जिसके व्यक्तिव में असीम आनंद देने वाला आकर्षण है
इसलिए एक नए जीवन का निर्माण अत्यंत ज़रूरी है

मैंने जिंदगी के सवालों के जवाब देने की कोशिश की
अपने तरीके से
शायद कुछ लोगों को जो मैंने कहा पसंद न आये
उनको मैं सिर्फ मुस्कराकर, नमस्कार कर, विदाई के देता हूँ
क्योंकि मुझे उनका सच भी पता है
मैं अपने ख्याल किसी पर थोप नहीं सकता
पर उन्हें बतलाने की कोशिश और
समझाने का प्रयत्न हमेशा करता रहूँगा
मेरे इस नज़रिए का तोहफा उनके लिए हैं
जो जिंदगी के झूठ को करीब से देखना चाहते हैं
उससे समझना चाहते हैं
मैं भी कभी ऐसे ही अंधकार में जी रहा था
पर अब मैं सब कुछ साफ़ साफ़ देख सकता हूँ
जैसे भी यह हुआ पर हो गया और
यह भगवान ने नहीं किया है
मैंने अपना आत्मसुधार स्वयं किया है
अपने दो पैरों पर चलकर
मैं अब जिंदगी में कभी भी परास्त नहीं हो सकता
मैं हर परिस्थिति का सामना करने में शक्षम हूँ
जब बुरा वक्त होता है तब मैं अपने पैरों पर गिरकर प्रार्थना नहीं करता
मैं सामना करता हूँ जो कुछ भी जैसे भी
मेरे सामने आकार चुनौती देता है
और गर्व के साथ खड़े रहकर उससे जवाब देता हूँ
मैं एक साधारण कोटि का व्यक्ति की भांति भीड़ में खड़ा नहीं रहना चाहता
मुझे कुछ अलग करना है और मैं एक दिन ज़रूर करूँगा

जिंदगी सच में बहुत सख्त है
यह एक असीम सत्य है
लोगों को इसे समझना होगा
और एक समय ऐसा भी आएगा जब
इस मरुस्थल में आप अकेले खड़े होंगे और
आपको किसी साथी के मददगार हाथ की ज़रूरत होगी
इस बात से भी मैं पूर्णतः सहमत हूँ
मेरी मुश्किलें उन लोगों के साथ होती हैं
जो मेरे कन्धों पर बैठकर अपना जीवन जीना चाहते हैं
यदि आप दूसरों के बाजू पकड़कर रोते रहेंगे
तो आप कभी भी उठकर खड़े नहीं हो सकते
आप खुद ही अपने आत्मसुधार को रोक देंगे
अगर आपके स्वयं ही अपनी माँसपेशियों ही क्षीणता को बढाओगे
तो आप कभी भी एक सकारात्मक कदम नहीं ले पाओगे
संतान, उन्नति, प्रगति, और संयम के बिना जीवन निरर्थक है व्यर्थ है
ये वही जीवन होगा जिसे आप
सूंघ सकते हैं, देख सकते हैं, पर स्वाद का आनंद नहीं ले सकते
शायद मैंने आज काफी ज्ञान बाँट दिया है
जो दिनभर के चिन्तन करने के लिए काफी है
जिंदगी से रोज सवाल करे और उसके जवाब भी ढूंढे
या फिर हमेशा एक हिमाच्छादित जीवन व्यतीत करते रहिये...

सुख दुःख

दो मित्र रेगिस्तान में यात्रा कर रहे थे। सफर में किसी मुकाम पर उनका किसी बात पर वाद-विवाद हो गया। बात इतनी बढ़ गई कि एक मित्र ने दूसरे मित्र को थप्पड़ मार दिया। थप्पड़ खाने वाले मित्र को इससे बहुत बुरा लगा लेकिन बिनाकुछ कहे उसने रेत में लिखा –

“आज मेरे सबसे अच्छे मित्र ने मुझे थप्पड़ मारा”।

वे चलते रहे और एक नखलिस्तान में आ पहुंचे जहाँ उनहोंने नहाने का सोचा। जिस व्यक्ति ने थप्पड़ खाया था वह रेतीले दलदल में फंस गया और उसमें समाने लगा लेकिन उसके मित्र ने उसे बचा लिया। जब वह दलदल से सही-सलामत बाहर आ गया तब उसने एक पत्थर पर लिखा –

“आज मेरे सबसे अच्छे मित्र ने मेरी जान बचाई”।

उसे थप्पड़ मारने और बाद में बचाने वाले मित्र ने उससे पूछा –

“जब मैंने तुम्हें मारा तब तुमने रेत पर लिखा और जब मैंने तुम्हें बचाया तब तुमने पत्थर पर लिखा, ऐसा क्यों?”

उसके मित्र ने कहा –

“जब हमें कोई दुःख दे तब हमें उसे रेत पर लिख देना चाहिए ताकि क्षमा भावना की हवाएं आकर उसे मिटा दें। लेकिन जब कोई हमारा कुछ भला करे तब हमें उसे पत्थर पर लिख देना चाहिए ताकि वह हमेशा के लिए लिखा रह जाए।”

बुधवार, अक्तूबर 31, 2012

A Thought

I unbutton you, kiss by kiss.
I untie you, touch by touch.
I unzip you, rib by rib.

- I unfasten you, moment by moment.

Hopeless Romantic

You are watching,
A Romantic movie.

You always knows the kind,
Boy meets Girl,
Girl meets Boy,
Both fall for each other,
Sing around trees,
On daily transport,
Pass all difficulties,
Token break up,
Heart-warming reunion.

The warm, fuzzy feeling
Prevades for hours,
Until you actually feel and think
That.

Actually Love,
Is NEVER like that,
Atleast Not in real life,
It's stylized,
Larger than life,
Obviously a work of fiction,
The cross country road trip,
Would never lead to her
In the end.

You won't bump into each other,
You won't get on the same bus,
You won't get in the same auto,
You won't live in the same colony,
You won't sing and dance on the same road,
You won't repeat the same dialogues in life.

But, then you still sit on your,
Bed, Chair, Sofa or,
In a Theatre,
All Alone,
Wishing,
Hoping,
That it would happen,
To you someday.

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You are watching,
A Romantic movie.

You always knows the kind,
Boy meets Girl,
Girl meets Boy,
Both fall for each other,
Sing around trees,
On daily transport,
Pass all difficulties,
Token break up,
Heart-warming reunion.

The warm, fuzzy feeling,
Prevades for hours,
Until you actually feel,
And think That.

You snuggle up to your,
Girlfriend, Boyfriend,
Partner or whatever,
And see it’s obviously a work,
Of fiction.

However,
You don’t care.

You share an ‘awwww’ moment,
Maybe a kiss or two,
And then start thinking,
About something else too.

Because you don’t see them,
Wishing it was you.

You look at them,
And see yourself,
And your love.

Because it has happened to you
To a certain extent.


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You wonder,
Whether these thoughts
Are True,
Whether your 'red italics'
Wishes were correct.

Whether your theory,
will be proved,
Or disproved,
In spectacular style.

Does love in the movies,
Exist,
In the minds of the lovers?

Or is it still just,
A Hopeful Dream,
Of a Hopeless Romantic?

मंगलवार, अक्तूबर 30, 2012

my Pain is...

my Pain is...

my Anger
my Dissapointment
my Lost hopes
my Shattered dreams
my Total failure
my Unsucessfulness
my Unavalible skills
my Small achievements
my Fight
 

...my Fuel for living

मुझे कोई दर्द नहीं है...

तुमने मेरे ज़हन पर कोई निशान नहीं देखे
तुमने मेरी आँखों में कोई आंसू नहीं देखे
तुमने मेरे चेहरे पर कोई दर्द नहीं देखा
इसलिए मुझे कोई दर्द नहीं है...

मैं खुद से कभी रोता नहीं
रातों को मैं सोता नहीं
घबरा कर अचानक उठ जाता हूँ
कुछ ख्वाब ऐसे आते हैं मुझे
कभी लगता है जान ले लूं अपनी
पर फिर सोचता हूँ
अँधेरे से भागना कैसा
चुप्पी को साधना कैसा
अपने आप से छुपना कैसा
अपनों की आँखों से बचना कैसा
जिन आँखों से प्यार झलकता है
जो कहते हैं मैं इंसान हूँ
और मुझे मुस्कराने की वजह देते हैं

तुमने मेरे मुह से कभी मेरा दर्द-ए-बयां न सुना होगा
तुमने मेरे माज़ी के दर्द की दास्ताँ न सुनी होगी
तुमने मेरे जिगर से वो दर्द भरे शब्द न सुने होंगे
इसलिए मुझे कोई दर्द नहीं है...

मैं अपने दर्द में चिल्लाता नहीं
मैं अपने कमरे की दीवारों को जगाता नहीं
मैं लातों और घूसों से दर्द को दिखता नहीं
मैं शराब की बोतल में डूब जाता नहीं
मैं नश्तर भी अपने सीने में उतरता नहीं
चुप रहकर लबों को सीकर ही
बर्दाश्त करता हूँ मैं सबकुछ
इस उम्मीद पर के दर्द भूल जाऊंगा
एक दिन वो सवेरा होगा
जिस दिन मैं भी मुस्कराऊंगा

तुम्हे मेरे दुःख मेरे दर्द
न दिखाई देते हैं
न सुनाई देते हैं
तुम तो वही देखते हो
जो मैं तुम्हे दिखता हूँ
तुम वही सुनते हो
जो मैं तुम्हे सुनाता हूँ
तुम्हे कुछ नहीं पता
उसने मेरे साथ क्या किया
तुम्हे तो कुछ भी नहीं पता
उसने मेरे साथ क्या नहीं किया
मेरे दर्द का एहसास
तुम्हे नहीं
तुम्हे वही मालूम है
जो मैंने तुम्हे बतलाया है
या फिर क्योंकी तुम
वो देखना और सुनना ही नहीं चाहते
तुम्हारी इस सोच का मतलब ये नहीं
के मुझे दुःख और दर्द नहीं हैं
मैं सिर्फ मैं हूँ
मेरा दर्द सिर्फ मेरा है
मेरे अंतर्मन में बंद एक दास्ताँ
जो कभी बयां नहीं होगी
हमेशा मेरे साथ ही रहेगी
और मेरे साथ ही चली जायेगी

तुम मेरा दर्द कभी देख ही नहीं पाओगे
तुम मेरा दर्द कभी सुन भी नहीं पाओगे
तुम मेरा दर्द कभी पढ़ नहीं पाओगे
इसलिए मुझे कोई दर्द नहीं है...

सोमवार, अक्तूबर 15, 2012

A Thought

There is no wine
If Grapes are not pressed...
No perfume
If flowers are not crushed...
If you feel any pressure in life...
It means GOD is bringing the best out of you !!

शुक्रवार, अक्तूबर 05, 2012

मेरा बिस्तर

एक परित्यक्त और एकांत अजीरा
बन गया है बिस्तर मेरा
जो कभी क्रीड़ास्थल था
आज बन्दी गृह बन गया है मेरा
बाध्य हो गया हूँ मैं
तुम्हारे सान्निध्य से
या की तुम्हारे अभाव से

अब अकेला ही पसरा हूँ
अपने ख्यालों के साथ
संवेदिक स्मरणशक्ति
प्रयत्न करती है
तुम्हे फिर जिलाने को
अवयव उलझे,
कुंचित, आश्वासक हैं
शायद मैं भी धीरे धीरे
खो जाऊं निद्रा में
और खो जाऊं
महत्वाकांशी स्वप्न नगरी में
वापस तुम्हारे पास...
सज़ा ये है की नींद छीन ली दोनों की आँखों से
खता ये है की हम दोनों ने मिलकर ख़वाब देखा था...

कोई न आया

दिल की दरी पर
गुज़र गई सियाह रात
नज़रों की मचान पर
भटकते रहे बीते साये
मेरे दामन में कोई
सितारे भरने नहीं आया
मेरी उलझी जिन्दगी को
कोई समझने नहीं आया
कितने मौसम बीत गए
कितने त्यौहार चले गए
मेरे जज़्बात की मुंडेरों पर
कोई लौ न रोशन करने आया ...

मैं

मैं अपने दिल का राजा हूँ
मेरी अपनी रवानी है
भले जज़्बात हों न हूँ
फिर भी एक कहानी है
बात इतनी सी है के बस
दिल में आग है मेरे
और आँखों में पानी है...

मुझे

मुझे हर ज़ख्म को मुस्कान से सीना नहीं आया
मैं मरना चाहता था पर मुझे जीना नहीं आया
मेरी और तेरी जिंदगी में बस फर्क इतना है
मुझे कहना नहीं आया तुझे सुनना नहीं आया...

समझा रहा हूँ तुझे

मेरा जज्बाती तजुर्बा है बतला रहा हूँ तुझे
वो जो दिल खो गया था जब, अब दिखला रहा हूँ तुझे
बिछड के अब, दोनों से जिया जाये कैसे ?
जो कभी खुद ही न समझा, क्यों समझा रहा हूँ तुझे ??

मंगलवार, अक्तूबर 02, 2012

अभी भी संभल जा ऐ दिल मेरे

अभी भी संभल जा ऐ दिल मेरे
उसको याद न कर जिसने आना नहीं
उसके आने की तू आस न कर
तेरा दर्द जिसने मिटाना नहीं
थपेड़े खा न तू उन तूफानों के
दिल में प्यार जिन्होंने जगाना नहीं
न कर बर्बाद इन्तेज़ार के पलों को अपने
उसने तेरे दिल का कुंडा खडकाना नहीं
जिसे याद करता है ये मेरा दिल
उसने कभी पास आना नहीं
अभी भी संभल जा ऐ दिल मेरे...

अंजाम

मेरे सर पर मुहब्बत करने का इलज़ाम होता है
भरी दुनिया में मेरा इश्क ही बदनाम होता है
मेरे दिल में तेरी यादों का एक दीवान होता है
ज़माने भर में मेरा चर्चा बस अब आम होता है
बा-इज्ज़त मेरा मारना भी न बर्दाश्त होता है
जो मुझको प्यार करता है वही सरनाम होता है
मुहब्बत ये सोच कर की थी के जीतूंगा मैं बाज़ी पर
मुझे खुद को नहीं मालूम क्यों दिल नाकाम होता है
जिंदगी दिन-बा-दिन मेरी बिगड़ती जा रही है पर
तेरे से बात करके दिन में कुछ आराम होता है
भरोसा था मुझे जिनपर धोखा दे गए वो ही
अब विश्वास का मेरे यही अंजाम होता है ...

Deep down in my heart I'm still dying to give

There once was a day I dying to live
That same day I was dying to breathe
Deep down in my heart I'm still dying to give
In that same way I'd die to receive

There are many things that we'd like to possess
But that one thing we all want is love
Everyone has that someone they'd love to impress
And I've learned that love comes with a shove

It takes you by surprise and explodes upon impact
Then it blasts you straight off to cloud nine
That thing you once doubted you accept as a fact
In your world all the stars will align

And this warm vibrant feeling you're dying to find
Now you search for that key to your heart
You don't know where to look and you're feeling so blind
Maybe they've been quite close from the start

We're all dying to have that one person to hold
That one star to come down from the sky
You've been searching for something more precious then gold
Maybe that one true love is nearby

I'm in too deep...

You're not with me,
You're my demise
But with these eyes
I can finally see…

You can't deceive,
I still believe
In demon kings
And fairy wings,
In all these little things…

Dragging me down,
Pull me into the ocean
So I will drown…
Down, down, down…

I need someone to rely on,
A shoulder I can cry on,
But they're all just cheap,
And I'm in too deep...

Do I Love You ?

When I’m not talking to you,
I’m thinking of you.

When you’re away,
I’m hurting inside for you.

Heart sinking,
Belly aching,
Mind numbing,
Hurt for you.

Do I miss you ?


When I’m talking to you,
I’m thinking of us.

When you’re with me I come alive.

Heart beating,
Belly flying,
Mind racing,
Alive for you.

Do I love you?

शुक्रवार, सितंबर 14, 2012

ख्वाबों में कहीं

खोया रहा मैं,
सवालों में कहीं
गुम हूँ मैं,
आसमानो में कहीं
सैकड़ों कारवां गुज़र  गए
निगाहों से मेरी
पर डूबा रहा मैं
ख्वाबों में कहीं

ख्वाहिशों का सैलाब कुछ और ही था
जब उम्मीदों का दिया रोशन था
करवाटो में ही पलट गया हो
कई सदियों का फासला कहीं
सैकड़ों कारवां गुज़र  गए
निगाहों से मेरी
पर डूबा रहा मैं
ख्वाबों में कहीं

खुद को पाने की जूस्तजू में 'निर्जन'
निकला था इस सफ़र पे मैं 
लौट ना पाया अब तक मुसाफिर
खोया रहा बीती यादों में कहीं
सैकड़ों कारवां गुज़र  गए
निगाहों से मेरी
पर डूबा रहा मैं
ख्वाबों में कहीं

गुरुवार, अगस्त 30, 2012

For Me Love is ....


Love is Aroused
Love is Adoration
Love is Avid
Love is Adult
Love is Autoerotic
Love is Antiseptic
Love is Beautiful
Love is Blue
Love is Care
Love is Caress
Love is Coquettish
Love is Captivating

Love is 'Deep'
Love is Desire

Love is Dare
Love is Eternal
Love is Erotic
Love is Excite
Love is Fondle
Love is Flirtatious
Love is Forever
Love is Gamey
Love is Gold
Love is Gamy
Love is Hot
Love is Horny
Love is Highly Sexed
Love is Happiness
Love is Hunger
Love is Intimate
Love is Infected
Love is Immature
Love is Irreplaceable
Love is Joined
Love is Jazz
Love is Juicy
Love is Kept
Love is Kisses
Love is Lascivious
Love is Lustre
Love is Lustful
Love is Lubricious
Love is Leering
Love is Leering
Love is Lecherous
Love is Luscious
Love is Lewd
Love is Libidinous
Love is Magical
Love is Mature
Love is Natural
Love is Naughty
Love is Nude
Love is Overpowering
Love is Oversexed
Love is Open
Love is Orgiastic
Love is Precious
Love is Prurient
Love is Penetration
Love is Pornographic
Love is Purple
Love is Predicate
Love is Provocative
Love is Quaint
Love is Quiet
Love is Quirky
Love is Quiver
Love is Rare
Love is Racy
Love is Ruttish
Love is Randy
Love is Red Hot
Love is Raunchy
Love is Risque
Love is Stroke
Love is Satisfaction
Love is Sin
Love is Sexual
Love is Salacious
Love is Septic
Love is Spicy
Love is Sexy
Love is Sexed
Love is Steamy
Love is Shared
Love is Starve
Love is Truth
Love is Toothsome
Love is Titillating
Love is Thirst
Love is Unconditional
Love is Unify
Love is Undying
Love is Undress
Love is Upbeat
Love is Understanding
Love is Valued
Love is Valentine
Love is Vixon
Love is Voluptuous
Love is Vivacious
Love is Wind
Love is Want
Love is Warmth
Love is XXXXXX
Love is Yours
Love is Young
Love is Yearning
Love is Zealous
Love is Zatch
Love is Zazzy
Love is Zonked
Love is Zappy
Love is Zany
Love is Zesty

What is Love?


What is love I ask, for I'm not sure if you know,
Love to me is something beautiful, but its very difficult to show.
What is love if not a clichè between two people?
Do you really love them as you say you do?
What if you're up there, on the steeple?

You tell them you love them,
But you say that to everyone.
You tell me the same,
But I know you're a lying dame.

Do you give a care,
To those who would even dare?
Dare to love you each and every day,
As I would, even when I lay?

The difference between you and I,
Is that I simply don't lie.
I know who I love and that is truth,
So here is your chance, to be a genuine sleuth.

Does your heart flutter when they step into the room?
Do you feel as if you have to talk to them?
Is the urge strong enough to make you swoon?
Do you think about them each and every day?
Do they make you feel special in every possible way?

When you tell them you love them do you really mean it?
Do you tell them so much they actually conceive it?
What happens when they tell you they love you too?
What do you think, you might do?

Would you hold them close and whisper quietly,
Would they return the embrace?
Do you kiss them lightly?
Which makes me realize I've picked on you,
Only asking about how you feel, which makes me wonder... Do they really love you too?

Do they kiss you gently and hold you dear,
Do they promise they'll always be near?
Will they trust and adore you until the end?
How many moments with you will they decide to spend?

How do they show how they've been blessed,
Do they cup your face, despite your protest?
Do they smile when they see you looking at their face,
Do they make the effort for the two of you to stay, in the same place?

Do they get the shivers when you kiss their cheek,
Would they give you the same thing, even if you hadn't seen each other in weeks?
Can they give you what I can without hurting you like a miserable wretch?
What can they do but hurt you, and make your heart rench?

So I ask you again, what is love? And who disserves yours?

गुरुवार, अगस्त 23, 2012

What is a poem?

What is a poem?
It's but a dream
A wish
A love
A hope
A poem is but a thought

What is a poet?
They are but a dreamer
A thinker
A feeler
A lover
A poet is but a watcher

What is a dream?
It's but a secret future
A hidden thought
A need
A want
A dream is but an emotion

What is this world?
It's but a world of dreamers
A world of lovers
A world of poets
A world of emotion
All this is but a poem...

Hold me now

Hold me now
Please don't let me go
I have waited so long
And I think that you know

It's like a dream
A dream I have dreamed many times
Holding you in my arms
Knowing that you are alive

I was so tired of longing
And now you are here
But you may need to go soon
That is my greatest fear

It could be a few minutes
It might be for days
It could be years
Or seconds away

So just hold me close
Near to your heart
Even a few moments with you
May just be enough

मंगलवार, अगस्त 21, 2012

I Want You to Fuck Me

I realized i failed at being erotic, so i wrote this monstrosity to be more blunt, yet quite amusing, not vulgar like it had the potential to become.

I don't need artistic and stylish words
To tell you that I want you to fuck me
I mean, dammit, you should know
You're fucking sexy, sensual and juicy
And I can't help but want you
Just hold me down and fuck me
As much as you want
Just one look at you
Makes me aroused than I can bear
I'll lock myself in my room
And take care of it myself
Though it's your responsibility
Gone and made me wet?
I'll let it slide this time
But, whether you like it or not,
Someday, I'll get you
And I'll fuck you and I guarantee
You'll never forget it

My Autobiography

I Lie down
Close my eyes.
And see you
Your face
Your eyes
Your nose
Your lips
Your tongue
Your cheek
But you aren't really there.

I again tried
Close my eyes.
And see you
Your body
Your boobs
Your nipples
Your stomach
Your belly button
Your thighs
Your buttocks
Your pussy
Your feet
But you really aren't there.

I have a knack
Sometimes
Occasionally
For figuring people out.
And you
And me
Are meant to be together.

How can I explain?

Once,
I thought that you were there.
I couldn't feel your body
Or anything fun like that.
But I could feel
You.
You know what I mean.

You're one of those people who can feel things, too.

I haven't put much thought into this poem.
It's been
Few minutes
Since I've started writing.
It's not
Pretty
Artistic
Stylish
Or
Freakishly Amazing.

This is not Dante's Inferno.
It is not written to be beautiful.
It is just the truth.
The naked truth of my life.
This
is not
A story.

It's an Autobiography.

I'm telling you exactly how it is,
What I've seen.

Because I know that you can see it, too.

My Heart

Somebody ask me
Whats wrong ?
So I can pour out my heart
That has been ever so accustomed to swell up

Why shouldn't it?
I've worn it on my sleeve for too long

For it is bloody and bruised 
And has been through too much
And its worn and torn
And has made me tough
Love has tangled itself up
In this mess of my swelling heart
And I couldn't ask for anything more
For this love is whats keeping me sane at any given moment
And this love, its so strong I just can't let it go
This exspression of overflowing emotion 
Has become too much
People around me don't think I'm so tough
For they see my heart fading
My pulse going out
Its finally all gotten to be too much

कहो तो सुना दूं मैं दिल की कहानी

कहो तो सुना दूं मैं दिल की कहानी
कहूँ कुछ नयन से, कहूँ कुछ ज़बानी

यह दों लाइन मैंने  फ़ेसबुक पर पढ़ी तो सोचा के कुछ मैं भी कहूँ -

कहो तो सुना दूं मैं दिल की कहानी
कहूँ कुछ नयन से, कहूँ कुछ ज़बानी
थोड़े से आंसू है, थोड़ी परेशानी
कहो तुम को दिखला दूं मैं जिंदगानी
टूटा हुआ दिल है, मंजिल है अनजानी
कुछ बिखरी यादें हैं, उसकी निशानी
वो जज्बाती लम्हे, साथ उसकी जवानी
भूला नहीं हूँ, वो शामें मस्तानी
तेरा साथ था, खून में थी रवानी
मेरा दिल तेरा था, तू थी मेरी दीवानी
बस अब कहूँगा नहीं कुछ भी आगे
दुनिया हो गयी है बहुत ही सायानी
कहो तो सुना दूं मैं दिल की कहानी
कहूँ कुछ नयन से, कहूँ कुछ ज़बानी...

रविवार, अगस्त 19, 2012

कोई होता

भर आई थी आँख लेकिन बरसी ही नहीं
दर्द तो है दिल में मगर कहते हम नहीं
कोई होता जो मुझसे भी पूछ लेता
जग रहे हो किस लिए तुम ?
अब तक सोये क्यों नहीं ?
याद करता हूँ जब भी उसे
दिल भर आता है
कभी साथ था वो
अब दीदार को दिल तरस जाता है
जिंदगी इतनी बेवफा हो गई 'निर्जन'
हर  एक अंजना भी अब
अपना ही नज़र आता है
कोई होता....

रविवार, जुलाई 22, 2012

तुमने भी तो

तुमने भी तो
मेरी तरह ही
जीवन की दौड़ में
बहुत फ़ासले
तय किए होंगे

तुमने भी तो
मेरी तरह ही
कल के साए
आज की स्याही में
दफ़ना दिए होंगे

तुमने भी तो
मेरी तरह ही
स्याह हुआ
मेरा अक्स
दिल के आईने में
अब देखा नही होगा

तुमने भी तो
मेरी तरह ही
हुमारी दोस्ती की
किताब पर बुना
मकड़ी का जाला
हटाया नहीं होगा

और

मेरी तरह ही
तुमने भी तो
पलट कर कभी
उस दरख़्त को
नही देखा होगा
जो दिल के कोने में
मायूस और तनहा खड़ा है
टूटी ज़ख़्मी उसकी दीवारें
आज भी हमारे
दोस्ती के दिनों को
अपने आगोश में समेटे खड़ी हैं

तुम्हे शायद याद हो

उस दरख़्त पर कभी
हुमारी दोस्ती के बीज से 
मीठे फल हुआ करते थे
आज वहाँ बरगद का
एक सूखा सा ठूँथ खड़ा है....

मंगलवार, जुलाई 17, 2012

क्या पेश करूँ?

दिल अपना पेश करूँ
या जान अपनी पेश करूँ
हालात  अपने पेश करूँ
या कोई नगमा-ए-जज़्बात
तुझे पेश करूँ
पता तो चले कुछ
क्या पसंद है तुझको
ताकि फ़िर चीज़ वही
दिलनवाज़ तुझे पेश करूँ
जो तेरे दिल को दुख दे
वो अलफ़ाज़ मालूम नहीं मुझको
क्यूँ न फ़िर तेरे ही कोई
अलफ़ाज़ तुझे पेश करूँ.

कभी कहीं यूँ भी होता

कभी कहीं यूँ भी होता है
दिल के शहर बनाने वाले
जाब्त आज़माने वाले
दूर कहीं खो जाते हैं
फिर ख्वाब चुप की
चादर ओढ़े
ख़ामोशी से
सो जाते हैं ....

अफसुर्दा कर दिया

आज बारिश ने मुझे
अफसुर्दा कर दिया
वोह फुहारें मेरी खुशी बहा ले गईं
पता नहीं क्यों फिर से एक बार
कुछ पर के लिए दिल मेरा दुःख गया
आज बारिश ने मुझे
अफसुर्दा कर दिया

लगता था ऐसे जैसे
रोता है आसमान भी
मेरी तरह
समझा नहीं क्या हुआ
बस आँख नम हुई
और दिल भर गया
आज बारिश ने मुझे
अफसुर्दा कर दिया

दिल तड़प गया
दिल मचल गया
बूंदों ने छुआ भी नहीं
और यादों से मैं
भीग भी गया
आज बारिश ने मुझे
अफसुर्दा कर दिया

थोडा हुआ गुमसुम
नहीं मालूम
ऐसा क्यों हुआ
हर बूद पड़ने पर
लगता था के तुमने छुआ
चौंकता था बदल की
हर गडगडाहट पर
लगता था के मानो
आसपास तुम हंस रही हो
देखा पलट कर
आसपास कहीं नहीं थी तुम
यह बात ने मुझको
अवनत कर दिया
आज बारिश ने मुझे
अफसुर्दा कर दिया

*अफसुर्दा - अवनत - dejected

रविवार, जुलाई 15, 2012

इतवार

फुर्सत ने दस्तक दी आज इतवार के दिन
पुरानी यादों का बस्ता झोले में लाया था
गुज़रे लम्हों की गर्द हटा कर अंदर झाँका
मेरे रिश्तों का बहीखाता पहले हाथ आया

पुरानी आदत है हिस्साब शुरू से रखता हूँ मैं
पीले पड़े पहले पन्ने पर जा हाथ थम गया
एक सिहरन सी उठ गई अंदर तक
जग उठा सोया दिल भी और अरमान बोल पड़े
दर्ज था उस पहली मुलाकात का किस्सा वहाँ

कितना मासूम था अपना रिश्ता तब
गुलाब की अनछुई अधखिली कली की तरह
न रिश्ते थे न नाते थे और न कोई गुस्ताख पल
तुम से शुरू मुझ पर सिमटता था दायरा अपना

आखिर ज़माने की रवायत ने कर दिया हमको जुदा
पन्ने पलटता रहा, हर्फ़ बढते, चाहतें घटती रहीं
दुनिया, रुतबा, शोहरत, पैसे से पीछे रह गया मैं
साथ साथ फासले भी बढ़ गए थे दरमियां

पुरानी आदत है मुड कर कल देखता नहीं कभी
फुर्सत को माज़ी के हवाले कर आज को कहा
कह दो, फुर्सत को,
के दिल के दर्द को लेकर यहाँ से चली जाए
आज इतवार है मैं छुट्टी मानाने जा रहा हूँ
कॉकटेल रिलीज़ हुई है वही देखने जा रहा हूँ...

बुधवार, जुलाई 11, 2012

जो और वो ....

जो अल्फाज़ कभी किसी से कह नहीं पाए
वो कलम से यहाँ सामने मेरे उतर आये

जो जज़्बात कभी किसी से मिल नहीं पाए
वो आंसुओं में डूब कर शब्द बन आये

जो हालात कभी किसी को नज़र नहीं आये
वो सपना बन सामने चलते नज़र आये

जो आगाज़ तेरे दिल से बन नहीं पाए
वो हिम्मत यहाँ देख ले बैठी है सर उठाये

अबाउट मी / मेरे बारे में

१. मेरा जन्म हुआ १९७९ में |

२. मेरी पैदाइश दिल्ली की है |

३. मैं कर्म से, धर्मं से और मर्म से पूरी तरह हिन्दुस्तानी हूँ |

४. हिंदी मेरी मातृभाषा है |

५. मुझे चिंता होती है आजकल के नौजवानों के रवैये से जिन्हें हिंदी समझ नहीं आती |

६. अंग्रेजी के विरूद्ध मैं कभी नहीं था | मुझे अंग्रेजी भाषा भी पसंद है |

७. मैं जिंदगी में जल्दी सेवा-निवृत्त होना चाहता हूँ |

८. सेवा-निवृत्त से मेरा तात्पर्य है के मैं "जीने के लिए बहुत लंबे समय तक कार्य नहीं करना
चाहता"
|

९. मुझे घूमना भी बहुत पसंद है |

१०. मैं बहुत घूमना चाहता हूँ | दूर दराज़ के देश विदेश देखना चाहता हूँ | नई संस्कृतियों को जानना चाहता हूँ | उनको जीना चाहता हूँ |

११. नए लोगों के साथ मिलना जुलना और बातें करना चाहता हूँ नए दोस्त बनाना चाहता हूँ |

१२. नई नई जगहों पर रहना चाहता हूँ |

१३. नई नई भाषाएँ सीखना, पढना, लिखना चाहता हूँ |

१४. मैं नाचना सीखना चाहता हूँ | खास तौर पर मैं ज़ुम्बा और सालसा सीखना चाहता हूँ |

१५. मुझे गाने का भी शौक है | गुनगुनाना पसंद है पुराने नए गाने जो दिल को भा जाएँ |

१६. मुझे गिटर बजाना पसंद है और ड्रूम बजाना भी सीखना चाहता हूँ पर समय के साथ ये शौक भी ज़िन्दगी से गायब हो गए हैं |

१७. मुझे लिखने का भी शौक है | मैं अच्छा कविताकार और लेखक शायद बन सकता हूँ |

१८. तसवीरें खींचना और खिंचवाना भी पसंद है मेरी पर अब नही हो पाता | एक्सीडेंट के बाद से कुछ झिझक सी होती है |

१९. मुझे कसरत करना पसंद है | पॉवर लिफ्टिंग मेरा पसंदीदा खेल है | मुझे साहसी और खतरनाक खेल बहुत पसंद हैं जिसमें मौत का खतरा ज्यादा हो |

२०. मेरे सीधे हाथ की आधी बाजू पर बजरंगबली का टट्टू बनवाने का भी मन है |

२१. मैं आशावादी जीवन जीने में विश्वास रखता हूँ |

२२. मुझमें बहुत संयम है |

२३. पर मुझे गुस्सा भी बहुत आता है |

२४. मुझे सच्चा प्यार क्या होता है मालूम है परन्तु मैंने उसे अभी तक महसूस नहीं किया है |

२५. मैं सदा मुस्कराते रहना चाहता हूँ | मरते वक्त भी मेरे चेहरे पर मुस्कराहट हो बस |

२६. मेरी मुस्कराहट हमेशा सच्ची हो |

२७. मुझे स्वाभाविक रहना पसंद है |

२८. झूठ, दिखावे और झूठे आडम्बर से मुझे नफरत है |

२९. मुझे पढ़ना पसंद है और लिखना भी |

३०. मैं सब कुछ पढता हूँ |

३१. मुझे संगीत भी पसंद है | मेरा पसंदीदा संगीत है फ़िल्मी, गज़ल, रोमांटिक इंग्लिश गाने |

३२. पसंदीदा कलाकार हैं रफ़ी, किशोर, मुकेश, मन्नाडे, ब्रयां अदाम्स, बेकस्ट्रीट बोयस, सलीन डियोन, शकीरा, बेयोंसे और भी हैं ... |

३३. फिल्में देखना मुझे बेहद पसंद है | पसंदीदा फिल्में हैं एक्शन और रोमांस |

३४. मैं सभी लोगों की इज्ज़त करता हूँ | मेरा जिंदगी जीने का फलसफा है इज्ज़त करोगे तो इज्ज़त मिलेगी |

३५. मुझे चरम सीमा के पार प्यार करना और प्यार पाना दोनों बेहद पसंद है |

३६. मैं बहुत ही रोमांटिक इंसान हूँ | मेरे जीवन में श्रृंगार रस का खास महत्व है |

३७. मुझे अपने आप से तब जलन और नफरत भी होती है जब मुझे कोई महिला पसंद आती है और मैं उसके शरीर पर आँखें केंद्रित करता हूँ और उसके वक्षस्थल निहारता हूँ |

३८. मुझे पतली लड़कियां पसंद नही हैं | मुझे सांवली हरी भरी और हृष्टपुष्ट महिलायें अच्छी लगती है |

३९. मुझे अपनी प्रियेसी में बड़ी, गहरी गोल आँखें, गोल गाल, भरे हुए बड़े वक्षस्थल, गदराए और उत्तेजित नितम्ब और भरे हुए उरू पसंद हैं |

४०. मुझे बचपन से अपने से बड़ी और परिपक्व नारियां पसंद आती हैं | एक समय पर मैं अपनी टीचर के साथ भी रोमांस करना चाहता था | मुझे मानसिक रूप से और शारीरिक रूप से परिपक्व महिलाएं हमेशा से पसंद आती हैं | उनके साथ वार्तालाप करना और उनकी शारीरिक सुन्दरता को निहारना मुझे असीम आनंद की अनुभूति देता है |

४१. मुझे राजनीती पसंद नहीं है | मुझे लगता है सभी राजनेताओं और राजनैतिक पार्टियों को खत्म हो जाना चाहिएँ अर्थात मर जाना चाहिएँ |

४२. मुझे कुछ समय नग्नतावादी होना भी पसंद है |

४३. मैं पैसे को जिंदगी में अहमियत नहीं देता | मेरे लिए वो हमेशा दूसरे दर्जे पर आती है पर ज़रूरी भी है |

४४. मुझे जिंदगी की पहली अहमियत के बारे में भी कुछ नहीं पता | पर मुझे पता है के मेरे जीवन में जो सबसे ज्यादा अहम हैं वोह है प्यार, दिमागी सुकून, तसल्ली बक्श जिंदगी, शांत मौत, जिंदगी अपनी शर्तों पर जीना, जिंदगी में वही करना जो चाहो, और जीवन जीने के लिए वो करना जिसमें आप अपना १००% दे सको |

४५. मैं अनाथ बच्चों, बेसहारा बुजुर्गों और विकलाँगों के लिए कुछ करना चाहता हूँ |

४६. मुझे कभी कभी पेंटिंग करना भी पसंद है | पर अब वो भी नहीं करता एक अरसा हो गया |

४७. शायद मेरे से कुछ लिखना रह गया है, कुछ न कुछ तो छूट गया है पर कोई नहीं समय के साथ वो भी लिख दूँगा |

४८. अरे हाँ ! अपना नाम तो बताया ही नहीं अभी तक, खैर नाम में क्या रखा है, जाने दीजिए |

४९. मैंने एक बार अपनी डेली डाईरी में लिखा था :
"हम जिंदगी में कितना कुछ करने और कहने के लिए सोचते हैं और यह भी सोचते हैं के शायद वो सब हम पूरा कर पाएंगे अपनी इस छोटी सी जिंदगी में, कितना कुछ है जिस पर हम विश्वास करना चाहते हैं और सोचते हैं हम पूरा कर पाएंगे | लेकिन फिर अचानक मृत्यु का आगमन होता है और अचानक से वो उस व्यक्ति को अपने साथ ले जाती है जिससे आप सबसे ज्यादा प्यार करते हैं, जो आपके दिल से सबसे करीब है | उसके बाद क्या ? उसके बाद कैसे ? सारे सपने बिखर जाते हैं, कोई तमन्ना बाकी नहीं रहती, कुछ पाना और खोना मायने नहीं रखता अगर कुछ बाकी रह जाता है जिंदगी में तो वो होता है - "समय" - और आपको पता नहीं होता के उससे कैसे खत्म करें |"

५०. जिंदगी में जो करें दिल से करें मेरा ऐसा मानना है और मैं जो भी करता हूँ दिल से करता हूँ | इसलिए दर्द ज्यादा है जिंदगी में |

जो जिंदगी रही तो यहाँ लिखे पोइंट्स भी आगे बढते रहेंगे । फिलहाल के लिए इतना ही |
बाकि समय के साथ जारी रखा जाएगा.....